सोने और चांदी के दाम और बढ़ेंगे. सरकार ने इन बहुमूल्य धातुओं के उत्पाद एवं सीमा शुल्क ढांचे में बदलाव किया है. इससे अगले ढाई माह में ही सरकार को 600 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा.
माना जा रहा है कि इससे सोने के दाम 250 रुपये प्रति दस ग्राम, चांदी 1,600 रुपये प्रति किलो और आयातित हीरा दो प्रतिशत महंगा हो जाएगा. इसके साथ ही प्लैटिनम की कीमतों में भी बदलाव होगा. सरकार ने शुल्क ढांचे में बदलाव के तहत इन बहुमूल्य धातुओं पर सीमा और उत्पाद शुल्क उनके मूल्य के हिसाब से लगाने का आदेश दिया है.
अभी तक इन पर उनकी मात्रा के हिसाब से शुल्क दरें तय थीं. ऐसे में इन उत्पादों के दाम बढ़ने के साथ ही शुल्क भी बढ़ जाएगा. सरकारी अधिसूचना में कहा गया कि सोने पर आयात शुल्क उसके मूल्य का दो प्रतिशत होगा. पहले इसकी दर 300 रुपये प्रति दस ग्राम थी. वहीं चांदी पर आयात शुल्क दर उसके मूल्य के छह फीसद तय की गई है. पहले इस पर 1,500 रुपये प्रति किलोग्राम का निश्चित शुल्क लगता था.
सरकार ने हीरे पर दो प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया है. जहां तक उत्पाद शुल्क का सवाल है तो सोने पर मूल्यानुसार 1.5 फीसदी उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति 10 ग्राम पर 200 रुपये उत्पाद शुल्क तय था. इसी प्रकार चांदी पर चार फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति किलो चांदी पर 1,000 रुपये उत्पाद शुल्क लगता था.
केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के चेयरमैन एस के गोयल ने कहा, ‘पहले की दरें चार पांच साल पुरानी हैं. पिछले कुछ साल में कीमत उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है इसलिए यह बदलाव बाजार मूल्य के अनुरूप शुल्क निर्धारण के लिए है.’
भारत सोने की खपत के मामले में दुनिया में सबसे आगे है. सोने की कीमतों में तेजी के साथ दिसंबर, 2011 को समाप्त नौ माह की अवधि में इसका आयात 54 प्रतिशत बढ़कर 45.5 अरब डालर (2.3 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया.
सर्राफा बाजार में सोने के दाम मंगलवार को 35 रुपये की बढ़त के साथ 27,925 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए. वहीं चांदी के दाम 575 रुपये की बढ़त के साथ 52,725 रुपये प्रति किलोग्राम रहे. वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘शुल्क ढांचे में बदलाव से चालू खाते में बढ़ते घाटे पर नियंत्रण में मदद मिलेगी.’
पिछले वित्त वर्ष में सोने पर आयात शुल्क से सरकारी खजाने में 2,500 करोड़ रुपये आए जबकि चांदी से 300 करोड़ रुपये का संग्रहण हुआ. केपीएमजी के वरिष्ठ प्रबंधक राहुल शुक्ल ने कहा, ‘इस पहल से शुल्क से राजस्व संग्रह बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे इस क्षेत्र को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, हालांकि मुझे नहीं लगता कि आयात पर कोई असर होगा.’ भारत ने 2010 के दौरान 958 टन सोने का आयात किया. कीमत बढ़ने के बावजूद 2011 की पहली छमाही के दौरान 553 टन सोने का आयात हुआ.