प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) के चेयरमैन सी रंगराजन ने कहा है कि सरकार राजकोषीय घाटे को काबू में करने के लिए प्रतिबद्ध है.
रंगराजन ने भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई) के एक कार्यक्रम के मौके पर कहा, ‘मितव्यतता तथा वृद्धि पर बहस चल रही है. हमने राजकोषीय घाटे को काबू करने का मन बना लिया है.’
उन्होंने कहा कि सरकार सभी क्षेत्रों को प्रोत्साहन पैकेज नहीं देने जा रही है, सिर्फ कुछ विशेष क्षेत्रों को यह दिया जाएगा.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एलपीजी, उर्वरक तथा डीजल पर सब्सिडी में कटौती की गुंजाइश है.
उन्होंने कहा, ‘एलपीजी, डीजल तथा उर्वरक पर सब्सिडी घटाने की गुंजाइश है. पर इसके लिए हमें राजनीतिक सहमति बनानी होगी.
राजकोषीय घाटा 2011-12 में सकल घरेलू उत्पाद का 5.76 प्रतिशत रहा है. सरकार ने इसे चालू वित्त वर्ष में 5.1 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य रखा है.