सरकार ने कहा कि जन जन को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 12वीं योजना के तहत केंद्र और राज्यों के सार्वजनिक योजनागत एवं गैर योजनागत व्यय को बढ़ाकर सकल घरेलू उत्पाद का 2.5 प्रतिशत किया जायेगा.
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अगर लोग शिक्षा, आजीविका और समृद्ध जीवन व्यतीत करना चाहते हैं तब उन्हें स्वस्थ रहने की जरूरत है. इस उद्देश्य के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. शिशु मृत्यु दर घटकर 2010 में 47 प्रति हजार हो गई है जो 2005 में 58 प्रति हजार थी. इसी प्रकार से मातृ मृत्यु दर में भी गिरावट दर्ज की गई है.
स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकारी खर्च कम होने का उल्लेख करते हुए प्रतिभा ने कहा, ‘पिछले सात साल के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार बढ़ते निवेश के बावजूद स्वास्थ्य मद पर सरकारी खर्च अभी भी कम है. सभी लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए मेरी सरकार 12वीं योजना के अंत तक केन्द्र और राज्यों के कुल योजनागत एवं गैर योजनागत व्यय को बढाकर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के ढाई प्रतिशत तक ले जाने का प्रयास करेगी.’
उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना के शानदार परिणाम सामने आए हैं और 2010-11 के दौरान 1.13 करोड़ महिलाओं को इसका लाभ मिला है.
राष्ट्रपति ने कहा कि देश से पोलियो लगभग समाप्त हो गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पोलियो विषाणु प्रभावित देशों की सूची से भारत का नाम हटा दिया है.