गुड़गांव के निकट मानेसर में करीब 86 घंटों तक बोरवेल में फंसी छोटी बच्ची माही को बाहर निकाल लिया गया, पर उसकी जान नहीं बच सकी.
बोरवेल से निकाले जाने के बाद माही को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मानेसर में डीएम पीसी मीणा ने कहा कि माही नहीं बच पाई.
रविवार को माही की सही स्थिति का पता लगाने के लिए बोरवेल में फिर से सीसीटीवी कैमरा डाला गया था.
इससे पहले यह खबर आई कि 65 फीट गहरे बोरवेल में फंसी माही तक रेस्क्यू टीम पहुंच गई है. माही जिस बोरवेल में फंसी थी, वहां से उसे निकालने की अथक कोशिश की गई.
माही को निकालने के लिए 80 फीट गहरा एक और बोरवेल बराबर में खोदा गया, फिर एक सुरंग के जरिए माही तक पहुंचने की कोशिश की गई.
गौरतलब है कि गुड़गांव के पास मानेसर में माही अपने जन्मदिन के दिन ही इस बोरवेल में गिरी. बुधवार की रात करीब ग्यारह बजे ये हादसा हुआ. उसके बाद से सेना, पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार उसे मौत के चंगुल से निकालने की कोशिश करती रही.