साल 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के प्रमुख पद से बर्खास्त किए गए सुरेश कलमाड़ी को दिल्ली उच्च न्यायालय ने कड़ी चेतावनी दी.
न्यायालय ने कलमाडी से कहा कि या तो वह भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष का पद छोड़ दें या अपने खिलाफ अदालती कार्रवाई का सामना करें.
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ए.के.सीकरी ने आईओए के दो अन्य अधिकारियों ललित भनोट और वी के वर्मा को भी इसी तरह की चेतावनी दी. राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामलों में भनोट और वर्मा भी आरोपी हैं.
पीठ ने कहा कि हम यह जानना चाहेंगे कि वह गरिमापूर्ण तरीके से पद छोड़ते हैं या अदालत उन्हें इस बाबत कारण बताओ नोटिस जारी करेगी कि आईओए अध्यक्ष के पद से उन्हें क्यों न हटा दिया जाए.
पेशे से वकील राहुल मेहरा की ओर से दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान कलमाड़ी और दो अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी कर यह चेतावनी दी गयी है. मेहरा ने आरोप लगाया था कि कलमाड़ी एवं दो अन्य अधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है और वह इस साल अक्टूबर में होने वाले चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं, इसके मद्देनजर वे भारत की राष्ट्रीय खेल विकास संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं. अदालत ने कलमाडी एवं अन्य से 25 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है.