एक नये अध्ययन में दावा किया गया है कि यदि आपकी लेखन शैली अच्छी है तो यह आपके माता पिता से आपको मिली ‘जीन’ का असर हो सकता है.
अध्ययन के मुताबिक परिवार के अधिकतर सदस्यों के पढ़े लिखे होने से जाहिर होता है कि अच्छी कथा लिखने की वजह आनुवांशिकता हो सकती है.
अमेरिका के येल और रूस की मास्को विश्वविद्यालय के अध्ययनकर्ताओं ने आठ से 17 साल की उम्र के 511 बच्चों, 489 माताओं और 326 पिता के सृजनात्मक लेखन का विश्लेषण किया.
इन सभी लोगों ने खास विषय पर कहानियां लिखी. इसके बाद कहानियों का मूल्यांकन उसकी मौलिकता और नवीनता के आधार पर किया. अध्ययनकर्ताओं ने विस्तृत परीक्षण भी किया और इस बात का विश्लेषण किया कि रूसी घरों में परिवार कैसे काम काज करते हैं.