कड़ी निगरानी के लिए जमीनी और हवाई सुरक्षा उपकरणों की तैनाती के साथ ही दिल्ली सहित देशभर में गणतंत्र दिवस समारोहों के मद्देनजर सुरक्षा की कडी व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना की कोई गुंजाइश नहीं रह जाये. इस बार गणतंत्र दिवस समारोह की मुख्य अतिथि थाईलैंड की पहली महिला प्रधानमंत्री यिंगलक शिनवात्रा हैं. सुरक्षा के मद्देनजर शहर में अर्धसैनिक बलों के कर्मियों और एनएसजी के अचूक निशानेबाजों सहित 25 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गये हैं.
राजधानी दिल्ली के साथ ही देश के प्रमुख महानगरों और जम्मू कश्मीर एवं पूर्वोत्तर के संवेदनशील इलाकों में भी सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है.
हवाई सुरक्षा के मद्देनजर राजधानी के उपर का आसमान कल पूर्वाह्न सवा 11 बजे से दोपहर सवा 12 बजे तक एक घंटे के लिए बंद रहेगा.
ऊंची इमारतों पर अचूक निशानेबाज तैनात किये हैं. 160 से अधिक क्लोज सर्किट कैमरे राजपथ और लालकिले के बीच परेड के रास्ते पर लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं. यह देश की ताकत और सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने वाली परेड का मार्ग है.
मोबाइल टीमें विमानभेदी तोपें और एनएसजी के अचूक निशानेबाज शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए हैं जबकि दिल्ली पुलिस के कमांडो रायसीना हिल्स से लालकिले तक गणतंत्र दिवस परेड के आठ किलोमीटर लंबे रास्ते पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं.
राजपथ पर बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा पहले ही बनाया जा चुका है जहां राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल तिरंगा फहराएंगी और परेड की सलामी लेंगी.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘इस बार विध्वंसक गतिविधियों पर नियंत्रण और खुफिया तालमेल पर विशेष जोर है. परेड का समूचा रास्ता विशेष सुरक्षा और आतंकवाद रोधी इंतजामों से घिरा होगा.’ उन्होंने कहा कि वायुसीमा में किसी भी घुसपैठ को रोकने के लिए विमानभेदी तोपें तैनात की गई हैं.
इसके अतिरिक्त भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर भी राजपथ और परेड के समूचे रास्ते के ऊपर मंडराते रहेंगे. भीड़भाड़ वाले इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और मेट्रो रेलवे स्टेशनों तथा बस अड्डों पर जांच एवं तलाशी कड़ी कर दी गई है. सीआईएसएफ के समन्वय में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
सभी प्रवेश बिन्दुओं पर जांच एवं तलाशी कड़ी कर दी गई है और पुलिस राजधानी में प्रवेश करने वालों पर कड़ी नजर रखने के लिए अवरोधक लगा रही है.
राजपथ पर 25 जनवरी को शाम छह बजे से कोई वाहन नजर नहीं आएगा जबकि तिलक मार्ग बहादुर शाह जफर मार्ग नेताजी सुभाष मार्ग से लेकर लालकिले तक अगले दिन सुबह चार बजे से यातायात प्रभावित रहेगा.
जम्मू कश्मीर में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. राजधानी श्रीनगर में गणतंत्र दिवस समारोहों के मुख्य स्थल बक्शी स्टेडियम के अंदर और बाहर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्ध सैनिक बल तैनात किये गये हैं.
इसके अलावा शहर के अन्य प्रमुख स्थानों पर भी सुरक्षा बढा दी गयी है, वाहनों की कडी जांच की जा रही है.
राजस्थान में गणतंत्र दिवस के मौके पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं. उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड, अन्तरराज्यीय राजमार्ग और सार्वजनिक स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं. नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा गणतंत्र दिवस के विरोध को देखते हुए राज्य में पुलिस को सतर्क कर दिया गया है तथा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गये हैं. राजधानी के मुख्य समारोह में राज्यपाल शेखर दत्त तथा नक्सल प्रभावित जिले बस्तर के मुख्यालय जगदलपुर में मुख्यमंत्री रमन सिंह ध्वजारोहण करेंगे.
राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों के पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है तथा थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं, इन इलाकों में नक्सल विरोधी अभियान में लगे बल को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है.
असम में आयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल), ओएनजीसी और इंडियन आयल कारपोरेशन जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के साथ ही रेलवे, हवाई अड्डा, बस डिपो तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा और बढा दी गई है.
उल्फा के वार्ता विरोधी धड़े सहित कम से कम 12 संगठनों ने गणतंत्र दिवस समारोहों का बहिष्कार और 26 जनवरी पर बंद का आहवान किया है. इस बीच गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाले समारोहों से पूर्व मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई और पुलिस के 40 हजार जवानों की शहर भर की हर गतिविधि पर पैनी नजर है. शहर के पूरे पुलिस बल को अलर्ट पर कर दिया गया है. त्वरित प्रतिक्रिया बल की टीमों को महत्वपूर्ण स्थलों पर आधुनिक हथियारों के साथ तैनात किया गया है.
राज्यपाल के शंकरनारायणन, मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और डीजीपी के सुब्रहमण्यम की उपस्थिति में शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र पुलिस की परेड आयोजित होगी.