ओडिशा के नक्सलियों ने बीजू जनता दल (बीजद) के अगवा विधायक झीना हिकाका को 25 अप्रैल को अपनी अदालत में पेश करने का निर्णय लिया है. जबकि ऐसी अफवाहें उड़ रही थीं कि नक्सली, विधायक को शुक्रवार को रिहा कर देंगे.
नक्सलियों ने यह बात टीवी चैनलों को भेजे एक नए आडियो संदेश में कही है. एक विशेषज्ञ का मानना है कि नक्सली लक्ष्मीपुर विधानसभा क्षेत्र के 37 वर्षीय विधायक की हत्या तो नहीं करेंगे, क्योंकि वह जनजाति समुदाय से हैं और उसके पास जनजातियों का अच्छा खासा समर्थन है, लेकिन ऐसा लगता है कि वे उनसे विधानसभा से इस्तीफा देने के लिए कह सकते हैं.
विशेषज्ञ ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, 'वे कुछ अन्य मांगे भी सामने रख सकते हैं.' ज्ञात हो कि हिकाका को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की आंध्र-ओडिशा सीमा विशेष क्षेत्रीय समिति ने कोरापुट जिले से 24 मार्च को अगवा कर लिया था.
नक्सली, हिकाका की रिहाई के एवज में 29 कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने घोषणा की है कि केवल 13 कैदियों को ही छोड़ा जाएगा. राज्य सरकार ने गुरुवार को कहा था कि सात कैदी पहले ही अपनी जमानत याचिका दायर कर चुके हैं और उनमें से चार को जमानत भी मिल चुकी है. दो और कैदियों की भी जल्द रिहाई की सम्भावना है.