अमेरिकी की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ भेंट के दौरान असैन्य परमाणु सहयोग, आतंकवाद, अफगानिस्तान और पाकिस्तान की स्थिति, सुरक्षा समेत महत्वपूर्ण रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई तथा हिलेरी ने सिंह को हाल की अपनी चीन यात्रा के बारे में बताया.
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि एशिया के तीन देशों के दौरे के अंतिम चरण में यहां पहुंची हिलेरी ने रेस कोर्स रोड स्थित मनमोहन सिंह के आवास पर उनसे मुलाकात की जिसके दौरान दोनों पक्षों ने आर्थिक सहयोग बढ़ाने के तौर तरीकों पर चर्चा की और सिंह ने बुनियादी ढ़ांचे के क्षेत्र में अवसरों को रेखांकित किया.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि उनका देश खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश :एफडीआई: का मार्ग खोलने और भारत सरकार द्वारा कई आर्थिक सुधार के बारे में आशान्वित है. दोनों पक्षों ने ईरान और भारत समेत अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के साथ तेहरान के सहयोग के सभी पहलुओं पर भी चर्चा की.
अमेरिका भारत और अन्य देशों से ईरान पर उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय मांगों को मानने के लिए दबाव बढ़ाने के लिए उसके यहां से तेल आयात घटाने के लिए अपील कर रहा है. सिंह और हिलेरी ने अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में और वर्ष 2014 के बाद वहां से पश्चिमी सैनिकों की वापसी के बाद इस युद्ध प्रभावित देश के विकास और स्थायित्व कायम करने के तौर तरीकों पर चर्चा की.
सूत्रों के अनुसार अमेरिका-चीन रणनीतिक एवं आर्थिक वार्ता में शामिल होने के लिए चीन की यात्रा के साथ तीन देशों की अपनी एशिया यात्रा शुरू करने वाली हिलेरी ने सिंह को उस देश के बारे में अपनी धारणा से अवगत कराया.
जब पूछा गया कि क्या 26/11 मुम्बई हमले के मुख्य कथित साजिशकर्ता हाफिज सईद के मुद्दे पर चर्चा हुई, सू़त्रों ने बताया कि आतंकवाद की सभी पहलुओं पर बातचीत हुई. उन्होंने वार्ता के विशिष्ट बिंदु बताने से इनकार कर दिए. दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के साथ अपने अपने संबंधों के बारे में भी वार्ता की.
उल्लेखनीय है कि जहां पाकिस्तान के साथ भारत का रिश्ता आगे की ओर बढ़ रहा है वहीं अमेरिका-पाक संबंध पिछले करीब डेढ़ साल से तनाव से गुजर रहा है.