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समलैंगिकता: पुरुषों के बीच प्रेम से परहेज नहीं

ढह गया एक और किला. भारतीय टेलीविजन पर पहले समलैंगिक जोड़े ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया. भारतीय टेलीविजन समलैंगिकता के इर्दगिर्द पहले भी घूमता रहा है. अब इसमें संपूर्ण संबंध दिखाए जा रहे हैं.

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अपने पति को उसके ब्वॉय फ्रेंड के साथ बहुत कामुक अंदाज में आइ लव यू कहते-सुनते हुए देख एक नवविवाहिता ने पूछा, ''अगर अपनी पत्नी के बजाए आपको किसी आदमी से ही प्यार करना था, तो मुझ्से शादी करके अपने घर में बिठाने की क्या जरूरत थी?'' यह वह बात नहीं थी, जिसे हम भारतीय टेलीविजन पर अक्सर देखते रहते हों. लेकिन अब ऐसा नहीं है.

भारतीय छोटे परदे पर पहला समलैंगिक जोड़ा, जो न तो लड़कियों की तरह आंखें मिचमिचाता है, न ही मुंह बनाता है, गले भी लगता है और चुंबन भी करता है. इसकी पृष्ठभूमि अविश्वसनीय हैः हरियाणा के एक शहर में एक पितृसत्तात्मक परिवार.

मर्यादा... लेकिन कब तक? को स्टार प्लस पर अक्तूबर, 2010 में एक और घरेलू नौटंकी के तौर पर शुरू किया गया था, जिसमें गहनों से लकदक महिलाएं एक महलनुमा मकान में बेजा घूमती रहती हैं, लेकिन फिर निर्माता टोनी और दीया सिंह ने, जो जस्सी जैसी कोई नहीं के निर्माता थे, इसमें हिलाकर रख देने वाला मसाला भारी मात्रा में डालने का फैसला किया. टैम मीडिया रिसर्च के मुताबिक, प्रसारण शुरू होने के बाद शुरुआती चार हफ्तों में शो की टीपीआर (रेटिंग)1 की रही. जब समलैंगिक पहलू जोड़ा गया, तो यह रेटिंग बढ़कर 1.2 की हो गई. अब यह रेटिंग 1.6 की है. धारावाहिक के 270 एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं.

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अभिनेताओं-30 वर्षीय दक्ष अजित सिंह और 29 वर्षीय करण सिंह को उन दो समलैंगिकों की भूमिकाएं निभाने के लिए शामिल किया गया, जिनमें आपस में इतना प्रेम है कि एक की जबरन शादी कराए जाने के बावजूद वे एक-दूसरे से जुदा नहीं हो पाते. जब इस भूमिका की पेशकश करण से की गई थी, तब उन्होंने इसका जवाब दो शब्दों में दिया था, ''नहीं, थैंक्स.''  ऐसा करने वाले वे अकव्ले नहीं थे.

इस भूमिका से इतने सारे अभिनेता इनकार कर चुके थे कि निर्माताओं ने ऑडिशन के दौरान समलैंगिक पहलू को छिपाने का लगभग मन बना लिया था. दक्ष को ज्‍यादा चिंता इस बात की थी कि इससे लुधियाना के एक बॉडी बिल्डर वाली उनकी मर्दाना छवि पर असर पड़ेगा. वे कहते हैं, ''कुछ दोस्तों ने गुस्सा दिखाया, 'तुम यह टीवी पर क्या दिखा रहे हो? हमारे बच्चे सवाल करेंगे.'' मगर दोनों इसे चुनौती मानकर अभिनय के लिए राजी हो गए. करण कहते हैं, ''अगर हॉलीवुड के दो बांकुरे (जैक गाइलेनहाल, हीथ लेजर) ब्रोकबैक माउंटेन में अभिनय कर सकते हैं, तो मैं निश्चित तौर पर यह चुनौती स्वीकार कर सकता हूं.''

दोनों बखूबी अपने रुझान को पेश करते हैं. दक्ष बताते हैं कि किस तरह उनकी गर्लफ्रेंड को इससे कोई समस्या नहीं है. करण ने शादी करने के लिए कुछ समय के लिए छुट्टी ले रखी है. इस शो की लेखिका दामिनी शेट्टी दावा करती हैं कि अभी तक उन्हें सिर्फ सकारात्मक जवाब मिले हैं. एक लड़के ने तो दक्ष को यह तक लिखा कि उसके मां-बाप ने शो देखने के बाद उस पर शादी का दबाव डालना बंद कर दिया है. लेकिन इसका उलटा पहलू है अभिनेताओं के सोशल नेटवर्किंग पन्नों पर भेजे गए 'अशिष्ट प्रस्ताव.' कहते हैं न, सिक्के के दो पहलू जरूर होते हैं.

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बस, पहुंच गए

प्यार की ये एक कहानी स्टार वन पर 18 अक्तूबर से प्रसारित हो रहे धारावाहिक में समलैंगिक चरित्र, शौर्य, को दर्शकों की ठंडी प्रतिक्रिया के कारण चंद दिनों में हटाया गया.

साराभाई वर्सेज साराभाई स्टार वन पर नवंबर 2004 से मार्च 2006 तक प्रसारित धारावाहिक में रोसैया को समलैंगिक करार दिया जा सकता था.

जस्सी जैसी कोई नहीं सोनी टीवी पर 2003 से 2006 तक प्रसारित इस धारावाहिक में राजेश खेड़ा ने औरतों सरीखे फैशन डिजाइनर मैडी की भूमिका निभाई थी.

माही वे सोनी टीवी पर जनवरी से जून 2010 तक प्रसारित धारावाहिक में नायक का मित्र समलैंगिक था. उसमें साथ रहने वाला समलैंगिक जोड़ा भी था.

लिपस्टिक सितंबर 2002 से जुलाई 2004 तक जीटीवी पर रात में दिखाए जाने वाले शो में एक संपादक के पति और एक अन्य पुरुष के बीच यौन संबंध के दृश्य थे.

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