सौतेले पिता परवेज टाक ने बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान, उसकी मां शेलीना एवं परिवार के चार अन्य सदस्यों की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वह लैला की मां के पहले पति से घनिष्ठता पसंद नहीं कर रहा था और परिवार के सदस्यों के दुबई चले जाने के निर्णय के कारण अकेला महसूस करने लगा था.
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के प्रमुख हिमांशू राय ने कहा कि जम्मू कश्मीर के किश्तवार के कारोबारी टाक से पूछताछ के बाद ईर्ष्या, धोखा और लालच की कहानी उजागर हुई.
शेलीना का तीसरा पति टाक जम्मू कश्मीर में एक वन ठेकेदार के तौर पर काम करता था. उसके संबंध लश्कर ए तैयबा के साथ माने जाते हैं. उसने पूछताछ में बताया कि उसे शेख की शेलीना के साथ बढती नजदीकी पसंद नहीं थी.
राय ने कहा, ‘टाक को यह बात पसंद नहीं थी कि शेख अभी भी परिवार के साथ सम्पर्क बनाये हुए था. उसे यह बात पसंद नहीं थी कि शेख पर इतना अधिक भरोसा किया जाता है. परिवार के दुबई चले जाने के निर्णय के कारण भी वह अलग थलग महसूस करने लगा क्योंकि उसके पास पासपोर्ट नहीं था.’
एक स्थानीय बिल्डर शेख से भी अपराध शाखा ने लैला और उसके परिवार के पांच अन्य सदस्यों के अपहरण के मामले में पूछताछ की है.
उन्होंने बताया कि पिछले साल जब लैला खान का परिवार इगतपुरी के फार्महाउस पर छुट्टियां मनाने गया था तब शेलीना ने टाक को बताया था कि वह शेख को संपत्ति की देखभाल का जिम्मा सौंपना चाहती है. उसने इसके लिए पावर ऑफ अटॉर्नी भी तैयार करवा ली है. इस बात से टाक चिढ़ गया. सूत्रों ने बताया कि इसकी वजह से ही कथित हत्यायें की गयीं.
पिछले वर्ष सात फरवरी की उस रात को इगतपुरी स्थित फार्महाउस पर टाक और शेलीना के बीच गर्मागरम बहस हुई जिसके बाद उसने शेलीना पर धारदार वस्तु से प्रहार किया जिसके कारण उसकी मौत हो गई.
टाक ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने लैला और परिवार के बाकी सदस्यों की हत्या इसलिए की क्योंकि उन्होंने उसे शेलीना की हत्या करते हुए देख लिया था. परिवार के एक मात्र पुरूष सदस्य की लोहे की छड़ से प्रहार कर हत्या कर दी गई.
जांचकर्ताओं ने मंगलवार को नासिक जिले के इगतपुरी शहर में इस परिवार के फार्महाउस से छह कंकाल बरामद किए थे. इसके बाद ही यह संदेह किया गया था कि वे कंकाल पिछली फरवरी में गायब हुई लैला खान और उसके परिवार के सदस्यों के हैं.
राय ने कहा कि टाक ने स्वयं यह कबूल किया है कि ये हत्याएं उसने की है और उसकी निशानदेही पर फार्महाउस से छह कंकाल बरामद किये गए हैं. हत्या के बाद इन शवों जमीन के अंदर दबा कर इस पर पत्थर रख दिया गया था ताकि कोई जंगली जानवर नहीं खींच सके.
संयुक्त आयुक्त अपराध ने कहा कि हालांकि फारेंसिंक और डीएनए विशेषज्ञ ही पीड़ितों की पहचान स्थापित कर रकते हैं लेकिन ये कंकाल टाक के बताये गए स्थान से ही बरामद किये गए हैं.
शुरुआत में टाक यह दावा कर रहा था कि लैला और उसका परिवार दुबई में है. लेकिन बाद में उसने जम्मू कश्मीर पुलिस को बताया कि उसने इन लोगों की हत्या महाराष्ट्र में कर दी थी. जम्मू कश्मीर पुलिस ने उसे धोखाधडी के एक मामले में पिछले माह गिरफ्तार किया था.
जांचकर्ताओं ने बताया कि शेख को इगतपुरी स्थित फार्महाउस का संरक्षक बनाने के निर्णय की वजह से उसने लैला और परिवार के लोगों की हत्या कर दी थी.