मुंबई इंडियन्स के क्षेत्ररक्षण कोच और पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर जोंटी रोड्स ने कहा कि वह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि इंडियन प्रीमियर लीग के अभ्यास सत्र के दौरान सीनियर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की उंगली में चोट नहीं लगे.
रोड्स से जब पूछा गया कि क्षेत्ररक्षण पर उनकी तेंदुलकर से क्या बात होती है, उन्होंने कहा कि मैं केवल उनसे उंगली के बारे में पूछता रहता हूं क्योंकि मैं नहीं चाहता कि कि वह अभ्यास में आएं और फिर अचानक टूटी उंगली के साथ वापस लौट जाएं क्योंकि आमतौर पर उनकी उंगली पर चोट लगती है.
उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि वह कितने लंबे समय से खेल रहे हैं और उनके हाथ में कई चोट लगी है और मैं नहीं चाहता कि स्थिति और बिगड़े. रोड्स ने कहा कि मैं केवल इतना चाहता हूं कि वह सहज होकर क्षेत्ररक्षण करें. मैं इसकी भी उम्मीद नहीं करता कि सचिन क्षेत्ररक्षण ड्रिल के लिये आए. कुछ कसरतें और ड्रिल हैं जो हम क्षेत्ररक्षण टीम के तौर पर करते हैं और मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि उनकी उंगली पर और कोई चोट नहीं लगे.
उन्होंने कहा कि रिकार्ड टूटने के लिये बनते हैं. किसी ने क्या कभी सोचा था कि सचिन या कोई भी 100 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाएगा. रोड्स ने कहा कि विराट कोहली का खेल देखकर मैं काफी प्रभावित हुआ. वह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में सक्षम है. मैं समझता हूं कि उसने अर्धशतकों की तुलना में अधिक शतक लगाये हैं जो कि अच्छा संकेत है. इससे पता चलता है कि वह रनों का भूखा है. इसके अलावा वह अभी काफी युवा है.
उन्होंने कहा कि अभी यह कहना आसान है कि विराट जैसे खिलाड़ी से रिकार्ड तोड़ने की उम्मीद की जा सकती है लेकिन मानसिक तौर सचिन बहुत मजबूत है कि वह लंबे समय से दबाव की परिस्थतियों में भारत की तरफ से खेल रहे हैं.