सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने सेना में मौजूद भ्रष्टाचार के संबंध में एक सनसनीखेज खुलासा किया है.
एक अख़बार को दिए गए इंटरव्यू में सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने ख़ुलासा किया कि उन्हें गाड़ियों की ख़रीद में नियमों की अनदेखी करने के लिए 14 करोड़ रुपए की रिश्वत ऑफ़र की गई थी और ये बात उन्होंने रक्षा मंत्री एके एंटनी को बताई भी थी.
सेनाध्यक्ष के इस खुलासे से सियासत गरमा गई है. मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने इस मसले को संसद को दोनों सदनों में उठाया. वहीं कांग्रेस पार्टी ने सेनाध्यक्ष को कानूनी कार्रवाई करने की नसीहत दी है.
गौरतलब है कि जनरल सिंह ने खुलासा किया है कि मामला सेना में इस्तेमाल होने वाली गाड़ियों की ख़रीद से जुड़ा था. जिस शख्स ने रिश्वत की पेशकश की थी, वो चाहता था कि घटिया क्वालिटी की गाड़ियां ख़रीदने के लिए सेनाध्यक्ष हरी झंडी दे दें.
जनरल सिंह के मुताबिक वो शख्स हाल ही में सेना से रिटायर हुआ है. आर्मी चीफ़ ने कहा कि जिस ब्रांड की गाड़ी ख़रीदने के लिए उन्हें रिश्वत दी जा रही थी, उसकी 7 हज़ार गाड़ियां पहले से ही सेना में इस्तेमाल की जा रही हैं.
इंटरव्यू में जनरल वीके सिंह ने कहा कि वे घोटालों को उजागर करते रहे, इसीलिए उन्हें उम्र के विवाद में घसीटा गया.
सेनाध्यक्ष ने इससे भी ज़्यादा हैरान करने वाली एक बात कही है. वो ये कि रिश्वत की पेशकश करने वाले रिटायर्ड फौजी ने जनरल सिंह से कहा कि उनसे पहले भी सेना में ऐसा होता रहा है और आगे भी होता रहेगा.सेनाध्यक्ष के ख़ुलासे पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है. बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जनरल के ख़ुलासे से यूपीए सरकार में जारी भ्रष्टाचार की एक और कड़ी ज़ाहिर हो गई है. रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि सेनाध्यक्ष घूस मसला गंभीर मामला है.