सांसद मनोनीत किए जाने के बाद पहली बार मीडिया से रूबरू होते हुए सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि राज्यसभा में जाना मेरे लिए सम्मान की बात है. सचिन ने कहा कि क्रिकेट में 22.5 साल के योगदान की वजह से मुझे राष्ट्रपति ने इस पद के लिए चुना है.
हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया कि वे सिर्फ सांसद बन रहे हैं. इसका मतलब यह नहीं वे क्रिकेट छोड़कर राजनीति करेंगे.
गौरतलब है शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने सचिन के मनोनयन को कांग्रेस का डर्टी पिक्चर करार दिया था. जिसके बाद सचिन के सांसद बनाए जाने पर सियासत तेज हो गई थी.
सचिन ने विवादों पर दो टूक जवाब देते हुए कहा, 'मैं नेता नही, खिलाड़ी हूं और खि़लाड़ी रहूंगा. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा खिलाड़ी था और हमेशा खिलाड़ी रहूंगा.'
सचिन ने कहा कि कुछ साल पहले एयरफोर्स ने भी मुझे सम्मानित किया था और लेकिन आज तक मुझे प्लेन उड़ाना नहीं आता.विवादों पर विराम लगाते हुए सचिन तेंदुलकर ने कहा कि क्रिकेट मेरी जिंदगी इसे कभी नहीं छोड़ूंगा.