भारतीय वायुसेना और थल सेना चीन के साथ सीमा पर अपनी लड़ाकू क्षमता का परीक्षण करने के लिए अभ्यास कर रही है. रक्षा अधिकारियों ने बताया कि ‘प्रलय’ नाम का यह संयुक्त युद्धाभ्यास अरुणाचल प्रदेश की घाटी में बुधवार को शुरू हुआ.
उन्होंने बताया कि युद्धाभ्यास दिन-रात चल रहा है. इसके तहत दुश्मन के क्षेत्र में काफी अंदर तक जाकर बम बरसाए जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना के लड़ाकू विमान सघन हवाई रक्षा वातावरण में हवाई और जमीनी क्षेत्रों में बम बरसाने के मिशन में शामिल हैं.
इस युद्धाभ्यास में वायुसेना के सुखोई 30 एमकेआई, मिराज-2000, मिग-29, जगुआर, बिसन, एमआई-17, एएन-32, सी-130, अवाक्स और हवा में विमान में ईंधन भरने वाले विमान और अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
रक्षा अधिकारियों ने बताया, ‘आधुनिक प्रौद्योगिकी और अभियान की बदली पद्धति ने बलों के लिए इस अभ्यास की आवश्यकता पैदा की.’ उन्होंने कहा, ‘इस अभ्यास से मिले सबक को भविष्य की अभियान रणनीतियों में शामिल किया जाएगा.’