कीनिया का एक खिलाड़ी पिछले साल विश्व कप के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ खेले गये मैच में फिक्सिंग के संदेह में जांच के दायरे में है. कीनियाई क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख ने यह जानकारी दी.
क्रिकेट कीनिया के निर्वतमान मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम सीयर्स ने कीनियाई खिलाड़ी का नाम नहीं बताया लेकिन उन्होंने कहा कि आईसीसी ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. विश्व कप का यह मैच श्रीलंका के हम्बनटोटा में खेला गया था.
सीयर्स ने कहा, ‘खेल में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार से निबटने के लिये हम आईसीसी की हर तरह से मदद करने को लेकर खुश हैं. यदि कुछ गलत पाया जाता है और किसी खिलाड़ी को इसमें शामिल पाया जाता है तो उसे उसी हिसाब से सजा दी जाएगी. कीनियाई खेल मंत्रालय इन आरोपों से अवगत है और उसने भी किसी तरह के भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये पूरा सहयोग देने को कहा है.’
पता चला है कि आईसीसी ने कीनियाई बोर्ड को उस खिलाड़ी को किसी तरह के आधिकारिक काम में शामिल नहीं करने की सलाह दी है. यह खिलाड़ी जो अभी कीनिया की वर्तमान टीम में शामिल नहीं है, को निलंबित नहीं किया गया है बल्कि उसकी जांच चल रही है.आईसीसी प्रवक्ता ने हालांकि इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा कि आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई की गतिविधियों पर टिप्पणी नहीं करने की आम नीति है. पाकिस्तान ने हम्बनटोटा में खेला गया यह मैच 205 रन से जीता था. उसने कीनिया की टीम को 112 रन पर ढेर कर दिया था. पाकिस्तानी पारी के दौरान कीनिया के गेंदबाजों ने 37 वाइड करके विश्व रिकार्ड की बराबरी की थी.
कीनिया विश्व कप में एक मैच भी नहीं जीत पाया था और उसके प्रदर्शन की कड़ी आलोचना हुई थी. उसके कुछ सीनियर खिलाड़ियों को नया अनुबंध भी नहीं दिया गया था.
आईसीसी को शुरू में कीनियाई खिलाड़ी के किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय मैच में संभावित भागीदारी को लेकर सचेत किया गया था. उसे एक अन्य खिलाड़ी ने रिपोर्ट दी थी कि अन्य पूर्णकालिक देशों के खिलाफ होने वाले अंतरराष्ट्रीय मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के लिये कई तरफ से संपर्क किये जा रहे हैं.
इसके बाद कीनिया और पाकिस्तान के बीच पिछले साल फरवरी में खेले गये विश्व कप मैच के संबंध में इसी खिलाड़ी के खिलाफ आरोप लगाय गये थे.