मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के ‘एक देश एक प्रवेश परीक्षा’ के प्रस्ताव को खारिज करते हुए आईआईटी कानपुर ने अगले साल से अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा कराने का फैसला किया.
आईआईटी कानपुर की 210 सदस्यीय सीनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र परिषद के अध्यक्ष सोमनाथ भारती ने इसे बहुत अहम घटनाक्रम बताते हुए कहा, ‘अन्य सीनेट इस कदम को अपना सकती हैं.’
आईआईटी कानपुर की सीनेट ने कहा कि आईआईटी संस्थानों में प्रवेश के लिए आईआईटी परिषद का हालिया प्रस्ताव अकादमिक तथा क्रमबद्ध तरीके से अनुचित है और प्रौद्योगिकी संस्थान अधिनियम (1961) तथा आईआईटी कानपुर अध्यादेश का उल्लंघन है.
सीनेट ने कहा, ‘सीनेट प्रस्ताव पारित करती है कि आईआईटी कानपुर 2013 में स्नातक कार्यक्रमों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा कराएगा.