आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने इस बात से स्पष्ट रूप से इनकार किया कि नीलामी के दौरान पाकिस्तानी खिलाडि़यों को लिए जाने पर किसी तरह की पाबंदी लगाई गई थी. आजतक के कार्यक्रम 'सीधी बात' में उन्होंने ये बातें कहीं.
ललित मोदी ने कहा कि कोई भी टीम पाकिस्तानी खिलाडि़यों को चुनने के लिए स्वतंत्र थी. आईपीएल का काम नीलामी में केवल खिलाडि़यों को लिस्ट में डालना होता है. शाहरुख खान के बारे में उन्होंने कहा कि वे चाहते, तो पाकिस्तानी खिलाडि़यों में से किसी को ले सकते थे.
जब उनसे यह पूछा गया कि क्रिकेट में 'कमिश्नर' का काम क्या है, तो उन्होंने कहा कि कई देशों में खेल के प्रशासक को 'कमिश्नर' ही कहा जाता है. यह एकदम सामान्य बात है. आईपीएल की वजह से क्रिकेट में पैसों की बौछार आने की बाबत पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि गेम में कॉमर्स आने से यह और भी तरक्की कर सकेगा. इस तरह की आय को खेल के बुनियादी ढांचे के विकास में लगाया जाता है. उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि अगर खेल से पैसा आता है, तो इसमें हर्ज क्या है? उन्होंने कहा कि आईपीएल का मॉडल पूरी दुनिया में 'बेस्ट' है.
हैदराबाद से आईपीएल मैच दूसरी जगह ले जाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दर्शकों के लिए बिना किसी बाधा के मैच का इंतजाम कराना सबसे जरूरी होता है, इसीलिए मैच वहां से हटाए गए. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि ऐसा किसी राजनीतिक कारणों से किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर डेक्कन चार्जर्स मैच नहीं खेलती है, तो यह अलग बात है, लेकिन यह नियम में ही दर्ज है कि किसी भी टीम को कहीं भी खेलना पड़ सकता है.
रवींद्र जडेजा पर एक साल का प्रतिबंध लगाए जाने के सवाल पर ललित मोदी ने कहा कि जडेजा लगातार नियमों की अनदेखी कर दूसरी टीम से बात कर रहे थे. ऐसा आईपीएल के दिशा-निर्देशों के खिलाफ है. उन्होंने कई बार चेतावनी देने के बाद ही प्रतिबंधित किया गया.