2जी स्पेक्ट्रम मामले में गृहमंत्री पी. चिदंबरम को सहआरोपी बनाने की याचिका दिल्ली की एक अदालत द्वारा खारिज किये जाने पर हैरानी जताते हुए जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उनका पक्ष ‘बहुत मजबूत’ है और वह इस फैसले के खिलाफ उंची अदालतों में अपील करेंगे.
स्वामी ने निचली अदालत के फैसले के तत्काल बाद कहा कि मैं हैरान हूं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मैं दूसरी अदालत में जाउंगा. मैं इसके खिलाफ निश्चित रूप से अपील करुंगा. स्वामी ने जोर देते हुए कहा कि उनका पक्ष चिदंबरम और ए. राजा दोनों के ही खिलाफ ‘बहुत बहुत मजबूत’ है. राजा 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में मुख्य आरोपी हैं.
स्वामी ने कहा कि वह फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देंगे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले कहा था कि किसी निचली अदालत के फैसले को सीधे ही शीर्ष अदालत में चुनौती दी जा सकती है और वह इस विकल्प पर भी विचार करेंगे.
स्वामी ने कहा कि जब तक चिदंबरम को सभी अदालतों में निर्दोष साबित नहीं कर दिया जाता तब तक किसी एक अदालत द्वारा उन्हें सही कैसे ठहराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह नयी बात नहीं है. मैं अपील करुंगा. पहली बार कोई याचिका खारिज नहीं की गयी है. स्वामी ने इस बाबत याद दिलाया कि 2जी लाइसेंसों के मामले में हाई कोर्ट के निर्णयों के खिलाफ उनकी याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय ने विचार किया.
स्वामी ने कहा कि उन्होंने अभी निचली अदालत के फैसले और उसके द्वारा बताये गये कारणों का अध्ययन नहीं किया है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि न्यायाधीश ने क्या कहा, मुझे इसे देखना है. इस फैसले से निराश होने की संभावना के सवाल पर स्वामी ने कहा कि यह तो खेल का हिस्सा है. हो सकता है कि केवल पत्रकार निराश हों.