पाकिस्तान में क्रिकेट जगत से राजनीति में आए इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ की पार्टी के साथ गठजोड़ के संकेतों से नए राजनीतिक समीकरण बनते नजर आ रहे हैं.
पार्टी के नए उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि समय के हिसाब से परिस्थितियों पर विचार विमर्श के बाद मशुर्रफ की पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के साथ गठजोड़ के बारे में फैसला लिया जाएगा.
उनका यह बयान मेमोगेट कांड के कारण उभरी राजनीतिक हलचलों के बीच आया है. देश की शक्तिशाली सेना और प्रशासन के बीच तनाव के कारण जल्द चुनाव और नए राजनीतिक गठबंधनों की अटकलें लगाई जा रही हैं.
स्वनिर्वासन के तहत 2009 से पाकिस्तान से बाहर रह रहे मुशर्रफ ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह इस माह के बाद देश में वापसी कर सकते हैं.
उम्मीद जताई जा रही है कि मुशर्रफ आठ जनवरी को कराची में फोन से एक रैली को संबोधित करने के दौरान अपनी वापसी की तारीख की घोषणा कर सकते हैं.
कुरैशी ने मुल्तान में संवाददाताओं से कहा, ‘सभी राजनीतिक दलों के लोग तहरीक-ए-इंसाफ में शामिल हो रहे हैं.’
उन्होंने आगे कहा कि यदि मुख्य विपक्षी दल पीएमएल एन के सभी सांसद संसद से इस्तीफा दे दें तो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी नीत सरकार के पास जल्द चुनाव कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा.
पीपीपी को हाल ही में छोड़ने वाले पूर्व मंत्री ने कहा कि बहरहाल तहरीक-ए-इंसाफ को सत्ता में आने की कोई जल्दी नहीं है.