भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) ने ऊर्जा सुरक्षा सुधारने और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए मिलकर काम करने का आज निर्णय किया और उम्मीद जताई कि जल्द ही मुक्त व्यापार समझौता कर लिया जाएगा.
यहां 12वें भारत-ईयू शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इसमें कुछ जटिल मुद्दे हैं, लेकिन हम दोनों बातचीत में तेजी लाने पर सहमत हुए हैं ताकि हम जल्द से जल्द समझौते को सिरे चढ़ा सकें. सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों ने व्यापक व्यापार एवं निवेश समझौते पर बातचीत में उल्लेखनीय प्रगति की है. उन्होंने कहा कि हम ऐसा समाधान निकालने की कोशिश करेंगे जो व्यवहारिक, परस्पर लाभप्रद और दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो.
यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जोस बरोसो ने कहा कि दोनों देशों ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर पहुंचने के लिए बातचीत के दौरान ‘अहम प्रगति’ की है और बातचीत अगले कुछ समय में पूरी हो जानी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि भारत और यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार संधि पर 2007 से ही बातचीत कर रहे हैं. हालांकि, भारतीय पेशेवरों के लिए वीजा नियमों को उदार करने और यूरोपीय संघ से आयातित कारों व शराब पर शुल्क में कमी जैसे मुद्दों को लेकर वार्ता अटकी है.
वाणिज्य मंत्री आनन्द शर्मा और यूरोपीय व्यापार आयुक्त कारेल दे गुच के बीच बातचीत के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि समझौते को जल्द सिरे चढ़ाने के लिए बातचीत की प्रगति पर नजर रखी जाएगी.