योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा है कि अनुकूल वैश्विक माहौल में देश का विकास अगले 20 साल तक आठ से नौ फीसदी की दर से हो सकता है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा की 'वैश्विक आर्थिक और वित्तीय हालात 2012' बहस में उन्होंने गुरुवार को कहा, 'आर्थिक संकट से पहले पांच साल के दौरान देश की आर्थिक विकास दर औसत नौ फीसदी रही थी और आर्थिक संकट के बाद यह लगभग सात फीसदी रही.'
उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि देश का विकास अगले 20 साल तक आठ से नौ फीसदी के बीच रह सकता है और वह भी समावेशी विकास के साथ रह सकता है.'
उन्होंने कहा कि हालांकि घरेलू मोर्चे पर देश को यह लक्ष्य हासिल करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'यदि वैश्विक माहौल अनुकूल रहेगा तो इसमें मदद मिलेगी और हम दूसरों के साथ मिलकर इसके लिए काम कर रहे हैं.'
अहलूवालिया ने ऐसे कई उदाहरण दिए जो वैश्विक समुदाय विकासशील दुनिया के विकास की गति बढ़ाने के लिए कर सकता है.
अन्य बातों के साथ ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणालियों में प्रमुख विकासशील देशों की सहभागिता बढ़ाने की भी वकालत की.