मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (214) के दोहरे शतक के बाद प्रज्ञान ओझा (4 विकेट) और हरभजन सिंह (3 विकेट) की शानदार स्पिन गेंदबाजी की बदौलत भारत ने दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन आस्ट्रेलिया पर शिकंजा कसते हुए श्रृंखला में क्लीन स्वीप की ओर मजबूती से कदम बढ़ाए.
तेंदुलकर के टेस्ट करियर के छठे दोहरे शतक की मदद से भारत की पहली पारी 495 रन समाप्त हुई और उसने 17 रन की मामूली बढ़त बनाई. दूसरी पारी के लिए उतरे आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ओझा और हरभजन के घूमती हुई गेंदों को समझने में नाकामयाब रहे और चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक मेहमान टीम सात विकेट खोकर 202 रन ही बना पाई.
आस्ट्रेलिया के पास अब कुल बढ़त 185 रन की है, उसके तीन विकेट शेष बचे हैं और बुधवार को टेस्ट मैच का आखिरी दिन है. टीम के लिए निराशाजनक बात यह है कि उनका कोई भी विशेषज्ञ बल्लेबाज क्रीज पर मौजूद नहीं है. स्टंप के समय मिशेल जानसन 07 और नाथन हारिट्ज 08 रन बनाकर क्रीज पर थे. {mospagebreak}
आस्ट्रेलिया ने हालांकि दूसरी पारी की अच्छी शुरूआत की. सलामी बल्लेबाज शेन वाटसन (32) और साइमन कैटिच (24) ने भारतीय तेज गेंदबाजों का सूझबूझ से सामना करते हुए सिर्फ 10.3 ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया. वाटसन और कैटिच की बल्लेबाजी पर लगाम लगाने के इरादे से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंदबाजी की बागडोर ओझा और हरभजन को सौंपी और उनका यह निर्णय सही साबित हुआ.
ओझा ने वाटसन को पगबाधा और अगले ही ओवर में हरभजन ने कैटिच को धोनी के हाथों कैच करवाकर आस्ट्रेलिया को दोहरे झटके दिए. कसी स्पिन गेंदबाजी के सामने मेहमान कप्तान रिकी पोंटिंग ने एक छोर पर डटकर मुकाबला किया लेकिन कोई अन्य बल्लेबाज लंबे समय तक उनका साथ नहीं दे पाया. उपकप्तान माइकल क्लार्क (03) एक बार फिर असफल रहे और ओझा की गेंद पर धोनी के हाथों स्टंप हुए.
माइक हसी (20) ने कुछ हद तक पोंटिंग का साथ दिया और इन दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी की. जब ऐसा लग रहा था कि हसी पूरी तरह से क्रीज पर नजरें जमा चुके हैं तभी ओझा ने हसी को पगबाधा आउट कर भारत को बेहतरीन कामयाबी दिलाई. आस्ट्रेलिया के स्कोर में पांच रन ही जुड़े थे कि हरभजन ने नार्थ (03) को बोल्ड कर दिया. {mospagebreak}
पोंटिंग और विकेटकीपर बल्लेबाज टिम पेन ने छठे विकेट के लिए 50 रन जोड़े. स्पिनरों के बाद अब जौहर दिखाने की बारी तेज गेंदबाजों की थी. जहीर खान ने पोंटिंग को पगबाधा आउट करके मेहमान टीम की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. श्रीसंत ने पेन को आउट करके आस्ट्रेलिया को सातवां झटका दिया. इससे पहले चौथे दिन का पहला सत्र मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के छठे दोहरे शतक के नाम रहा.
सचिन की शानदार पारी की बदौलत भारत की पहली पारी लंच से ठीक पहले 495 रन पर समाप्त हुई और उसने 17 रन की बढ़त ले ली. आस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 478 रन बनाए थे. तीसरे दिन के निजी स्कोर 191 रन से आगे खेलते हुए तेंदुलकर ने मंगलवार को अपने टेस्ट करियर का छठा दोहरा शतक पूरा किया लेकिन वह 214 रन पर पीटर जार्ज का शिकार बने. सचिन के आउट होने के बाद भारतीय निचलाक्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया और भारत ने सुबह के सत्र में पांच विकेट गंवाकर 60 रन बनाए. हरभजन सिंह सिर्फ चार रन बनाकर वाटसन का शिकार बने.
एक रन के भीतर भारत ने अपने अंतिम तीन विकेट जहीर खान (01), महेंद्र सिंह धोनी (30) और एस श्रीसंत (00) गंवाए. आस्ट्रेलिया की ओर से मिशेल जानसन ने तीन, जार्ज और हारिट्ज ने दो-दो जबकि हिल्फेनहास, क्लार्क और वाटसन ने एक-एक विकेट झटका.