अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रमों का नया सिलसिला शुरू करने की जरूरत पर बल देते हुए कहा है कि देश में खुदरा बाजार सहित अनेक क्षेत्रों में विदेशी कंपनियों के प्रवेश पर पाबंदियां हैं तथा वहां निवेश का वातावरण खराब होने से अमेरिकी कंपनियां चिंतित हो रही है.
ऐसी बाते कहने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति अमेरिकी राष्ट्रपति का विश्वास बना हुआ है. उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था की मौजूदा वृद्धि दर को भी ‘प्रभावकारी’ बताया है.
उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि दर में हाल में दिखी नरमी विश्व अर्थव्यवस्था में व्यापक नरमी का प्रतिबिंब है.
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत तथा दुनिया की अर्थव्यवस्था के बारे में कई तरह के सवालों के जवाब दिए. साथ ही उन्होंने भारत-पाकिस्तान संबंधों, एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी रणनीति के बारे में भी बोला.
बातचीत में ओबामा ने भारत में निवेश के माहौल की सीधे आलोचना नहीं करने की सावधानी बरती. उन्होंने इस विषय में कहा कि अमेरिकी के कंपनी जगत का कहना है कि उसे भारत में निवेश के वातावरण में गिरावट को लेकर चिंता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘उन लोगों का (अमेरिकी कंपनियों के लोगों का) कहना है कि भारत में निवेश करना अब भी बड़ा कठिन काम है. भारत ने खुदरा कारोबार जैसे अनेक क्षेत्रों में विदेशी निवेश पर सीमाएं लगा रखी है या उनमें विदेशी निवेश वर्जित है.’
उन्होंने कहा कि दोनों देशों देशों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए इस तरह का निवेश जरूरी है और यह भारत को आर्थिक वृद्धि की राह पर बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है.’
ओबामा ने भारत की आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने के लिए किसी तरह के हल का सुझाव देने से बचते हुए कहा, ‘यह अमेरिका का काम नहीं है कि वह भारत सहित अन्य देशों को उनके आर्थिक भविष्य के बारे में सुझाव दे.’
ओबामा ने कहा कि भारत में लगातार इस बात पर सहमति बनती दिख रही है कि शायद यह देश में आर्थिक सुधारों का एक और दौर शुरू करने के लिए उचित समय आ गया है. इससे भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकेगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा, ‘भारत जहां कठिन लेकिन आवश्यक सुधारों पर आगे बढ़ेगा, तो उसके साथ हमेशा एक सहयोगी अमेरिका का साथ होगा.’
उन्होंने बातचीत के दौरान इस बात का उल्लेख किया कि भारत ने करोड़ों लोगों को गरीबी से उबारा है और अब वहां के मध्य वर्ग की आबादी दुनिया में अपने वर्ग की सबसे बड़ी आबादी है.
ओबामा ने कहा, ‘भारतीय नवप्रवर्तन वैश्विक अर्थव्यवस्था का इंजन है. हाल की चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावशाली रफ्तार से आगे बढ़ रही है. भारतीय लोगों ने चुनौतियों से मुकाबला करने की शानदार क्षमता दिखायी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लिए कठिन समझे जाने वाले आर्थिक सुधार कार्यक्रम लागू करना जरूरी है. ‘इस तरह के कार्यक्रमों को लागू करने में भारत को अमेरिका का सहयोग मिलता रहेगा.