वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एसएंडपी) की भारत की रेटिंग घटाने की चेतावनी का न तो ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों के बीच भारत के महत्व पर असर पड़ा है, न ही वैश्विक कूटनीति में भारत की ताकत इससे प्रभावित हुई है. यह बात एक शीर्ष अधिकारी ने कही.
भारत के महत्व का पता एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से हुई बातचीत से भी चलता है. जिसमें उन्होंने यूरो संकट, पर्यावरण और द्विपक्षीय मुद्दों पर बात की.
मनमोहन सिंह की जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए की जा रही यात्रा में अधिकारी ने कहा, 'स्टैंडर्ड एंड पुअर्स यह तय नहीं करता है कि ब्रिक्स में हम एक-दूसरे के बारे में क्या सोचेंगे.' सिंह इस बैठक के दौरान ब्रिक्स नेताओं से भी बात करेंगे.
अधिकारी ने कहा, 'उनके (एसएंडपी) पास देखने का अपना नजरिया है. लेकिन हम एक मजबूत और विकासशील अर्थव्यवस्था हैं. इसे हमसे कोई अलग नहीं कर सकता है.
मनमोह सिंह की मैक्सिको के रिजॉर्ट शहर लॉस काबोस में ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात होगी.
जी20 शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होते समय नई दिल्ली में मनमोहन सिंह ने कहा, 'ब्रिक्स के देश वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास की नई धुरी हैं.' उन्होंने कहा कि वह मंच के अध्यक्ष के रूप में लॉस काबोस में ब्रिक्स की एक अनौपचारिक बैठक आयोजित करेंगे. सिंह शनिवार से आठ दिनों की विदेश यात्रा पर हैं. जी20 शिखर सम्मेलन के अलावा वे रियो डि जेनेरियो में पर्यावरण पर रियो+20 की बैठक में भी शामिल होंगे.