'भारत माता की जय' और 'इंडिया जीतेगा' के गगनभेदी नारों के बीच भारतीय हॉकी टीम ने मंगलवार को फ्रांस को 6-2 के अंतर से हराकर हीरो एफआईएच रोड टू लंदन टूर्नामेंट के पूल मैचों में जीत की हैट्रिक पूरी की. इस मैच में संदीप सिंह ने भी हैट्रिक लगाई. इस जीत ने भारत को छह टीमों की तालिका में पहले स्थान पर पहुंचा दिया है.
बीजिंग ओलम्पिक में हिस्सा नहीं लेने की टीस मन में लिए लंदन के लिए सीट आरक्षित करने के बुलंद इरादों के साथ खेल रही भारतीय टीम ने अपने पहले मैच में सिंगापुर को 15-1 से रौंद दिया था जबकि दूसरे मैच में उसने इटली को 8-1 से शिकस्त दी थी.
शुरुआत के अपने दोनों पूल मैच जीतने वाली फ्रांसीसी से भारत को कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने की उम्मीद थी लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार फूर्ति और बेहतरीन तालमेल के साथ शुरुआती 10 मिनट में ही दनादन दो गोल किए.
पहला गोल चौथे मिनट में शिवेंद्र सिंह ने सरवनजीत के पास पर किया जबकि दूसरा गोल स्टार ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह की स्टिक से निकला. संदीप ने नौवें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को 2-0 से आगे कर दिया. इसके बाद 30वें मिनट में भारत को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला, जिसे संदीप ने आसानी से गोल में बदल दिया. फ्रांसीसी खिलाड़ियों द्वारा डी-एरिया में एस. वी. सुनील को गिराए जाने के कारण भारत को यह पेनाल्टी स्ट्रोक मिला था.
मध्यांतर से ठीक पहले फ्रांस ने लुकास सेवेस्ट्रे की मदद से अपना खाता खोला. लुकास ने यह गोल 35वें मिनट में किया. मध्यांतर के बाद लौटी भारतीय टीम ने 38वें मिनट में संदीप के एक और गोल की मदद से स्कोर 4-1 कर दिया. इसके बाद सुनील ने 40वें मिनट में पांचवां गोल किया. इस टूर्नामेंट में यह सुनील का पांचवां गोल है.
फ्रांस ने 52वें मिनट में अपना दूसरा गोल किया. यह गोल वेलेंटिन मिग्नेऊ के खाते में गया लेकिन 62वें मिनट में तुषार खांडेकर ने एक शानदार फील्ड गोल करके अपनी टीम को 6-2 से आगे कर दिया.
इससे पहले, पोलैंड के हाथों रविवार को मिली चौंकाने वाली हार की निराशा से उबरते हुए कनाडा ने अपने तीसरे पूल मैच में सिंगापुर को 15-1 से रौंद दिया. भारत ने भी सिंगापुर को इसी अंतर से हराया था.
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी में कनाडा की यह अब तक की सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले उसने वर्ष 2000 में क्यूबा में आयोजित पैन अमेरिकन खेलों में मैक्सिको को 13-0 से हराया था.
कनाडा के लिए स्कॉट टपर ने शानदार हैट्रिक पूरी की. चार गोल करने वाले टपर ने (19वें, 23वें और 29वें) मिनट में लगातार सफलता हासिल करने के बाद 68वें मिनट में भी एक गोल दागा.
इसके अलावा मार्क पीयरसन ने भी चार गोल किए. पीयरसन ने सातवें, 35वें, 40वें और 52वें मिनट में गोल किया. टीम के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी रॉब शॉर्ट (11वें, 50वें और 69वें) ने तीन गोल किए. इसके अलावा फिलिप राइट, रिचर्ड हिल्ड्रेथ और मैट गुएस्ट ने एक-एक गोल किया.
सिंगापुर की ओर से 11वें मिनट में काल बिन चिया ने एकमात्र गोल किया. सिंगापुर की टीम तीन मैचों में अब तक 39 गोल खा चुकी है जबकि उसकी ओर से सिर्फ दो गोल हुए हैं. इसे भारत ने 15-1 और फ्रांस ने 9-0 से हराया है.
इसी दिन खेले गए एक अन्य मैच में पोलैंड ने इटली को 7-2 से हरा दिया. पोलैंड की यह लगातार दूसरी जीत है. पोलैंड ने रविवार को कनाडा को 3-2 से मात दी थी. अपने पहले मैच में उसे फ्रांस के हाथों 1-2 से हार मिली थी लेकिन उस मैच में पोलिश टीम ने अपनी संघर्ष शक्ति से प्रभावित किया था.
इटली की यह तीसरी हार है. उसे पहले मैच में कनाडा ने 9-0 से हराया था जबकि दूसरे मैच में भारत ने उसे 8-1 से शिकस्त दी थी.
मध्यांतर तक 4-2 से आगे रहने वाली पोलैंड की टीम के लिए मिरोस्लाव जसजैक ने छठे और 34वें मिनट में दो गोल किए. इसके अलावा साइमन हुटेक ने सातवें, साइमन ओसीजेक ने 16वें, कारोल माजचेरजाक ने 52वें और टोमाज गोर्नी ने 65वें मिनट में गोल किया.
इटली की ओर से डेनिएले माल्टा ने 13वें और 32वें मिनट में दो गोल किए. इटली की टीम अब तक अपने खिलाफ 24 गोल खा चुकी है जबकि वह विपक्षी टीम के खिलाफ दो गोल ही कर सकी है.