एशिया कप के बेहद अहम मुकाबले में टीम इंडिया ने अपने परंपरागत प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 6 विकेट से हरा दिया है. पाकिस्तान ने भारत के सामने जीत के लिए 330 रन का लक्ष्य रखा था.
इसके जवाब में टीम इंडिया ने 13 गेंदें शेष रहते महज 4 विकेट खोकर ही लक्ष्य हासिल कर लिया.
भारत ने विराट कोहली के शतक और सचिन तेंदुलकर व रोहित शर्मा के अर्द्धशतकों की मदद से मुश्किल दिख रहे लक्ष्य को बड़ी आसानी से पा लिया. इस तरह भारत फाइनल की दौड़ में बरकरार है. वहीं पाकिस्तानी टीम फाइनल में पहुंच गयी.
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज (105) और नसीर जमशेद (112) के शानदार शतकों तथा दोनों के बीच पहले विकेट के लिये रिकार्ड 224 रन की साझेदारी से छह विकेट पर 329 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया.
भारतीय टीम ने कोहली (148 गेंद में 22 चौके और एक छक्के से 183 रन) के 11वें वनडे शतक, तेंदुलकर (52) के साथ दूसरे विकेट के लिये उनकी 133 रन और रोहित शर्मा (68) के साथ तीसरे विकेट के लिये 172 रन की भागीदारी से 47.5 ओवर में चार विकेट पर 330 रन बनाकर छह विकेट से जीत दर्ज की.
हालांकि भारत को फाइनल में पहुंचने के लिये बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मंगलवार को होने वाले अंतिम लीग मैच का इंतजार करना होगा जिससे फाइनल की दूसरी टीम तय हो जायेगी.
पिछले साल 50 ओवर के विश्वकप के सेमीफाइनल के बाद दोनों टीमों के बीच यह पहली भिड़ंत है, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में जगह बनाकर ट्राफी जीती थी.
पाकिस्तान तीन मैच में श्रीलंका और बांग्लादेश पर जीत से और इस हार से नौ अंक लेकर तालिका में शीर्ष पर रहने से फाइनल में पहुंच गया है. पिछले मैच में बांग्लादेश से अप्रत्याशित उलटफेर का शिकार बनी भारतीय टीम काफी दबाव में थी और उन्हें फाइनल की दौड़ में बने रहने के लिये यह मैच जीतना जरूरी था और इस जीत से भारत आठ अंक लेकर दूसरे स्थान पर है. बांग्लादेश चार अंक लेकर तीसरे स्थान पर है जबकि श्रीलंका ने अभी खाता नहीं खोला है.
भारत ने 330 रन के स्कोर का पीछा कर लार्डस में इंग्लैंड के खिलाफ 2002 नेटवेस्ट कप फाइनल में 326 रन के स्कोर का पीछा करने के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को भी पीछे छोड़ दिया. भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही, उसने पारी की दूसरी गेंद पर ही अपने सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (शून्य) का विकेट गंवा दिया. लेकिन इसके बाद तेंदुलकर (52) और ‘मैन आफ द मैच’ कोहली ने संभलकर बल्लेबाजी की और दोनों ने अर्धशतक पूरे करने साथ दूसरे विकेट के लिये 19.1 ओवर में 133 रन की अहम भागीदारी निभायी.
पाकिस्तान के खिलाफ तेंदुलकर का रिकार्ड हमेशा अच्छा रहा है और उन्होंने आज भी ऐसा ही प्रदर्शन किया. लेकिन सईद अजमल ने अपनी ‘दूसरा’ गेंद से तेंदुलकर को चकमा दिया और पहली स्लिप में खड़े मिस्बाह उल हक ने अच्छा कैच लपककर भारतीय स्टार की पारी का अंत किया. उन्होंने 48 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया.
इस तरह भारत ने 133 रन पर दूसरा विकेट गंवाया और रोहित क्रीज पर उतरे जिन्हें अपनी काबिलियत साबित करने का अच्छा मौका मिला और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया.
कोहली ने 30वें ओवर में मोहम्मद हफीज की गेंद पर एक रन लेकर 97 गेंद में 11 चौके की मदद से कैरियर का 11वां और पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वनडे शतक जमाया.
तेंदुलकर के आउट होने के बाद रन गति काफी धीमी हो गयी. 40 ओवर के बाद भारत को 60 गेंद में 83 रन चाहिए थे और कोहली ने 41वें ओवर में उमर गुल पर चौका और लांग आफ पर एक गगनचुंबी छक्का लगाकर इस ओवर में 16 रन जुटाये. अगले ही ओवर में उन्होंने वहाब रियाज पर लगातार तीन चौके जड़े.
उमर गुल ने 45वें ओवर में रोहित और 47वें ओवर में कोहली को शिकार बनाया. सुरेश रैना (नाबाद 12) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 04) ने जीत की औपचारिकता पूरी की. इससे पहले पाकिस्तान की ओर से हफीज और जमशेद ने शानदार साझेदारी में कहीं भी कोई गलती नहीं की. उन्होंने कहीं भी बेकार के जोखिम नहीं उठाये और एक-दो रन बटोरते हुए बीच बीच में चौका जड़कर स्कोर बढ़ाना जारी रखा.
इन दोनों सलामी बल्लेबाजों के बीच यह 224 रन की साझेदारी भारत के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से सलामी भागीदारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले सईद अनवर और आमिर सोहेल ने 1996 में सिंगापुर में पहले विकेट के लिये 144 रन जोड़े थे.
पाकिस्तानी पारी के दौरान भारतीय आक्रमण पूरी पारी के दौरान कमजोर दिखा और शुरूआती हिस्से में खराब क्षेत्ररक्षण ने उनकी चिंता और बढ़ा दी.
हफीज ने प्रवीण कुमार के पहले ही ओर में स्क्वायर कट में चौका जड़कर अच्छी शुरूआत की. युवा जमशेद ने भी उनसे प्रेरणा लेते हुए तीसरे ओवर में प्रवीण के ओवर में तीन चौके जमाये. फिर पाकिस्तानी टीम ने लय पकड़ ली और मुड़कर नहीं देखा.
पाकिस्तान ने 10वें ओवर में 50 और 18वें ओवर में 100 रन पूरे किये. भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने सभी स्पिनरों (सभी आफ स्पिनर) आर अश्विन, सुरेश रैना और रोहित शर्मा को आजमाया. लेकिन उन्होंने भी काफी रन गंवाये.
जमशेद ने तेंदुलकर की गेंद समझ नहीं सके और उन्होंने थोड़ा जल्दी स्ट्रोक खेल दिया. गेंद तेजी से बाउंस होकर तेंदुलकर की हथेली में आयी जिससे वह अपनी अंगुली चोटिल करा बैठे, इस तरह भारत ने यह मौका गंवा दिया तब जमशेद 69 रन पर थे.
हफीज ने प्रवीण की गेंद पर मिड आफ पर एक रन लेकर अपना चौथा वनडे शतक जड़ा. उन्होंने अपने शतक में नौ चौके और एक छक्का लगाया. इसी 33वें ओवर में पाकिस्तान ने 200 रन पूरे किये.
पैंतीसवें ओवर में जमशेद ने अपना पहला वनडे शतक लगाया, जिसके लिये उन्होंने 98 गेंद का सामना करते हुए नौ बार गेंद सीमारेखा के पार करायी. सैकड़ा जड़ने के बाद उन्होंने प्रवीण की गेंद को डीप स्क्वायर लगे में उठा दिया. लेकिन अगले ओवर में अश्विन ने जमशेद को पवेलियन भेज दिया जो शार्ट थर्ड मैन में इरफान पठान को कैच देकर आउट हुए, जिससे यह जोड़ी पाकिस्तान की ओर से पहले विकेट के लिये सर्वाधिक 228 रन की भागीदारी के रिकार्ड से चार रन से चूक गयी जो इमरान फरहत और हफीज ने 2011 में हरारे में बनायी थी.
जमशेद ने 104 गेंद की पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया. अशोक डिंडा ने पहले चार ओवर में अच्छी गेंदबाजी की और फिर अपनी धीमी गेंद पर हफीज को पगबाधा किया जिन्होंने 113 गेंद में नौ चौके और एक छक्का लगाया.
पाकिस्तान का स्कोर इस समय दो विकेट पर 225 रन था. उमर अकमल (28 रन, 24 गेंद) और यूनिस खान (52 रन, 34 गेंद में छह चौके) ने मिलकर तेजी से 48 रन जोड़े, लेकिन प्रवीण की गेंद अकमल शार्ट फाइन लेग में गौतम गंभीर को कैच दे बैठे.
यूनिस ने 34 गेंद में ताबड़तोड़ 52 रन बनाये लेकिन वह रैना के एक हाथ से लिये गये शानदार कैच से पवेलियन पहुंचे. पाकिस्तान का स्कोर 350 रन तक पहुंच सकता था लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने स्लाग ओवरों में उन्हें रोक दिया.
भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं दिखा. प्रवीण सबसे महंगे साबित हुए, उन्होंने 10 ओवर में 77 रन देकर दो विकेट चटकाये जबकि इरफान ने अपने कोटे से 69 रन गंवाये और एक विकेट चटकाया.
डिंडा ने आठ ओवर में 47 रन देकर दो विकेट प्राप्त किये. अश्विन की खराब फार्म जारी है और उन्होंने 10 ओवर में 56 रन गंवाकर एक विकेट हासिल किया.
टीमें इस प्रकार है:
पाकिस्तान: मोहम्मद हाफिज, नासिर जमशेद, यूनुस खान, मिसबाह-उल-हक, उमर अकमल, हम्माद आजम, शाहिद अफरीदी, उमर गुल, सईद अजमल, एजाज चीमा, वहाब रियाज.
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), विराट कोहली, गौतम गंभीर, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, आर अश्विन, रविंदर जडेजा, प्रवीण कुमार, इरफान पठान और अशोक डिंडा.