ओलम्पिक सीट की चाह ने भारत की पुरुष टीम को अपनी जरूरतों और देशवासियों की अपेक्षाओं के प्रति इतना संजीदा बना दिया कि उसने शनिवार को मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में खेले गए हीरो एफआईएच रोड टू लंदन क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के अपने पहले मुकाबले में सिंगापुर को 15-1 से रौंदकर रख दिया.
भारत के अलावा ओलम्पिक सीट के एक अन्य तगड़े दावेदार कनाडा ने इटली को 9-0 से हराया, जबकि फ्रांस ने भी पोलैंड 2-1 से हराकर विजयी शुरुआत की. मध्यांतर तक 6-0 से आगे रहने वाली भारतीय टीम ने 11वें मिनट में तुषार खांडेकर के सटीक पास पर गुरविंदर सिंह चांडी द्वारा अपना पहला गोल किया. इसके बाद तो मानों गोलों की झड़ी लग गई. मध्यांतर से पहले भारत ने 11वें मिनट में दो गोल किए जबकि इसके बाद 12वें, 18वें, 21वें, 25वें और 29वें मिनट में गोल किया.
मध्यांतर से पहले भारत के लिए संदीप सिंह और गुरविंदर चांडी ने दो-दो गोल दागे जबकि सरदार सिंह तथा दानिश मुज्तबा के हिस्से एक-एक गोल आया. मध्यांतर के बाद 39वें मिनट में सिंगापुर की ओर से एकमात्र गोल हुआ.
इसके बाद भारत ने 40वें, 43वें, 47वें, 48वें, 52वें, 53वें, 54वें, 57वें और 70वें मिनट में गोल किए. मध्यांतर के बाद भारत के लिए चांडी, तुषार खांडेकर, संदीप सिंह, एसके उथप्पा, एस.वी. सुनील, दानिश, विक्रम लाकरा और युवराज वाल्मीकि ने गोल किए. तीन गोल करने वाले चांडी को मैन आफ द मैच चुना गया.
इस तरह भारतीय टीम ने अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए शानदार आगाज किया और अन्य टीमों को यह बता दिया कि वह ओलम्पिक सीट अपने नाम करने के एकमात्र इरादे के साथ खेल रही है. भारत का अगला मुकाबला रविवार को इटली के साथ होना है.
भारत की ही तरह विश्व की 14वीं वरीयता प्राप्त कनाडाई टीम अपनी प्रतिद्वंद्वी 28वीं वरीय इटली पर पूरी तरह हावी रही. कनाडाई टीम ने मध्यांतर से पहले तीन गोल किए थे जबकि मध्यांतर के बाद उसने छह गोल ठोक डाले. अनुभव और दमखम के लिहाज से दोनों टीमों के बीच कोई जोड़ नहीं था.
कनाडाई टीम में जहां तीन खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने 100 से अधिक मैच खेले हैं जबकि दो खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिनके खाते में 300 से अधिक मैच दर्ज हैं. दूसरी ओर इटली की पूरी टीम मिलकर भी अब तक 300 मैच नहीं खेले हैं.
कनाडा के लिए पहला गोल 13वें मिनट में, दूसरा 20वें, तीसरा 34वें, पांचवां 39वें, छठा 54वें, सातवां 56वें, आठवां 57 और नौवां गोल 60वें मिनट में हुआ. 13वें मिनट में किया गया गोल पेनाल्टी कार्नर की देन था जबकि बाकी सभी गोल मैदानी गोल थे. 34वें और 57वें मिनट में गोल करने वाले 39 वर्षीय रॉब शार्ट को मैन ऑफ द मैच मिला.
अपने करियर के 341वें मैच में खेलने वाले शार्ट ने मैच के बाद कहा कि वह अपने स्तर के साथ न्याय नहीं कर पाए लेकिन पहले ही मैच में अपनी टीम की बड़ी जीत से खुश हैं. शॉर्ट ने साथ ही यह भी साफ किया कि वह नहीं बल्कि इटली के अगस्टिन नुनेज क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. अगस्टिन की उम्र 40 साल है लेकिन वह अब तक सिर्फ 22 मैच खेल सके हैं.
यह मैच भारत के लिए एक लिहाज से अहम था क्योंकि भारतीय रणनीतिकार यह देखना चाहते थे कि कनाडा के खिलाड़ी किस स्तर की तैयारी के साथ क्वालीफायर्स खेलने पहुंचे हैं. इस मैच के माध्यम से ही भारतीय कोच माइकल नॉब्स 22 फरवरी को कनाडा के साथ होने वाले अपने सबसे अहम मुकाबले के लिए रणनीति बना सकेंगे.
पुरुष वर्ग में दिन का दूसरा मैच फ्रांस और पोलैंड के बीच खेला गया. 18वीं वरीयता प्राप्त फ्रांसीसी टीम ने वरीयता क्रम में पोलैंड से दो स्थान ऊपर रहने के मनोवैज्ञानिक दबाव का फायदा उठाकर एक अहम जीत दर्ज की.
इस मैच का पहला गोल फ्रांस ने नौवें मिनट में किया. यह गोल टॉम जेनेसटेट ने किया. जेनेसटेट ने पूरे मैच में काफी आक्रामक खेल दिखाया और इस कारण उन्हें 16वें मिनट में ग्रीन कार्ड भी दिखाया गया.
1-0 की बढ़त के साथ फ्रांसीसी टीम ने मध्यांतकर का रुख किया. मध्यांतर के बाद 39वें मिनट में लुकास सेवेस्ट्रे ने पेनाल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करके अपनी टीम को 2-0 से आगे कर दिया. पोलैंड ने 41वें मिनट में किए गए गोल की मदद से स्कोर 1-2 किया. यह गोल सजीमोन आक्सीजीजेविक ने किया.