लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह से मिलने और उनकी हालत का जायजा लेने के लिए अनुसूचित जाति आयोग का एक दल जल्द ही पाकिस्तान जा सकता है.
आयोग ने इस बाबत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक पत्र लिखकर अनुमति के लिये आग्रह किया है. सरकार की ओर से अनुमति मिलते ही उपाध्यक्ष राजकुमार वर्का के नेतृत्व में आयोग का एक दल पाकिस्तान के दौरे पर जाकर लाहौर और मुल्तान में बम धमाकों के मामले में मृत्यदंड विवाद का सामना कर रहे सरबजीत से मुलाकात करेगा.
यह दल साथ ही राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी तथा प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ से मिलकर उनके सामने सरबजीत की रिहाई का मुद्दा उठाएगा.
पंजाब के दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले सरबजीत का मामला आयोग के सामने भी विचाराधीन है. सरबजीत की बहन दलवीर कौर ने आयोग में यह मामला दायर किया था.
आयोग के उपाध्यक्ष वर्का ने कहा, ‘हम सरबजीत की जल्द रिहाई का मुद्दा उठाने के लिए पाकिस्तान जा सकते हैं. इसके लिए हमने सरकार से अनुमति मांगी है. आयोग की ओर से छह जुलाई को प्रधानमंत्री के लिए अनुरोध पत्र लिखा गया है और हमें इसके जवाब का इंतजार है. उम्मीद है कि हमें शीघ्र ही अनुमति मिल जाएगी.’
कांग्रस नेता वर्का ने कहा कि आयोग का दल पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी मिल सकता है और उनके सामने बम धमाकों के मामले में गलत फंसे सरबजीत को जल्द रिहा करने का अनुरोध किया जाएगा.
आयोग ने सरबजीत मामले में विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को नोटिस जारी करके उन्हें तलब किया था. दोनों मंत्रालयों के सचिवों ने आयोग को जवाब में बताया कि सरकार अपनी ओर से सरबजीत की रिहाई का मुद्दा हर स्तर पर उठा रही है.
वर्का ने कहा कि गृह सचिव और विदेश सचिव ने आयोग के सामने सभी जरूरी दस्तावेज पेश किये हैं और कहा है कि सरकार की ओर से इस मुद्दे पर हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि दरअसल सरबजीत गलत पहचान का शिकार हो गया है. इस मामले में मंजीत सिंह नाम का व्यक्ति आरोपी था लेकिन सरबजीत को मंजीत सिंह समझकर आरोपी बना दिया गया.
राजस्थान की जेल से वयोवृद्ध पाकिस्तानी वैज्ञानिक खलील चिश्ती की रिहाई के बाद उत्पन्न माहौल में दलवीर ने अपने भाई की जल्द रिहाई के लिए मुहिम छेड़ी है. इसी अभियान के तहत उन्होंने संप्रग अध्यक्षा सोनिया गांधी और बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान जैसे लोगों से मुलाकात की है.
उधर, पाकिस्तान में सरबजीत के वकील अवैस शेख के जरिये सरबजीत ने राष्ट्रपति जरदारी के समक्ष दया की नयी अपील दायर की है.