देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो बीते तीन साल में न्यूनतम है. जबकि 2009-10 के दौरान विकास दर 8.4 फीसदी थी. अर्थव्यवस्था की विकास दर में गिरावट का कारण विनिर्माण एवं कृषि क्षेत्र का खराब प्रदर्शन है.
गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 31 मार्च 2012 को खत्म हुई तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 5.3 फीसदी थी, जबकि 2009-10 की समान अवधि में विकास दर 7.8 फीसदी थी.
केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (सीएसओ) के अनुसार वित्तीय वर्ष 2011-12 के दौरान स्थिर मूल्यों (2004-05) पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) उत्पादन लागत पर 5202514 करोड़ रुपये थी और विकास दर 6.5 फीसदी थी.
फरवरी में जारी त्वरित अनुमानों के अनुसार सांख्यिकीय कार्यालय ने 2011-12 के दौरान 6.9 फीसदी की विकास दर का अनुमान व्यक्त किया था.
सीएसओ ने कहा, 'सकल घरेलू उत्पाद के विकास दर में गिरावट का कारण विनिर्माण और व्यापार, होटल, परिवहन और संचार के क्षेत्रों में आशानुकूल वृद्धि नहीं होना है.'