इंदिरा गांधी का नाम हमेशा भारत के कद्दावर नेताओं में शामिल किया जाता है, क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार उनमें निर्णय लेने की गजब की क्षमता थी. उनकी इसी विशेषता के कारण चाहे बांग्लादेश मुक्ति संग्राम हो या प्रथम परमाणु परीक्षण, भारत को हमेशा सफलता और मजबूती मिली.
विशेषज्ञों के अनुसार तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपने प्रयासों में ढील नहीं देना और हमेशा विजयी होकर उभरना इंदिरा गांधी के जीवन में बखूबी झलकता है. उनके व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में कई बार उतार-चढ़ाव आये, लेकिन उन्होंने कभी परिस्थितियों को अपने उपर हावी नहीं होने दिया.
इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व के इस पहलू के बारे में चर्चा करने पर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सत्यव्रत चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘इंदिराजी अपने समय ही नहीं, वर्तमान दौर की भी आदर्श नेता हैं. उनमें फैसले करने की अद्भुत क्षमता थी, खास तौर से परेशानियों और मुश्किल भरे दौर में. उन्होंने हर मुश्किल घड़ी को अपने फैसलों और दृढ़ निश्चय से बहुत आसान बना दिया.’’
चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘इंदिरा गांधी ने खुद को हमेशा देश के लोगों से जोड़कर रखा. उनमें लोगों का भरोसा जीतने की क्षमता थी. विपरीत परिस्थितियों में नहीं झुकना उनकी सबसे बड़ी खासियत थी.’’
{mospagebreak}कांग्रेस नेता चतुर्वेदी के अनुसार उनके बारे में लोगों की सिर्फ एक ही राय है. अब किसी के लिए इंदिरा बनना अगर नामुमकिन नहीं तो आसान भी नहीं है . उन जैसा व्यक्तित्व पाना आज लोगों के लिए सपना जैसा ही है. आम आदमी से उनके करीबी जुड़ाव की चर्चा करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा, ‘‘इंदिरा जी जमीन से जुड़ी महिला थीं. मुझे आज भी याद जब मैं डिप्टी मेयर बना था, इंदिरा जी ने मुझे और मेरी पत्नी को बुलाया और समझाया कि आखिर इस जिम्मेदारी को निभाना कैसे है. किस काम को कैसे करना है. उनकी सबसे अच्छी बात यह थी कि वह छोटे से बड़े सभी की बातें सुनती थीं और सही होने पर उन्हें मानती भी थीं. उनका व्यवहार सभी के साथ बहुत आत्मीय होता था. ’’
अग्रवाल का कहना है कि इंदिरा एक निडर नेता थीं और देश के हित में यह उनकी सबसे बड़ी खासियत रही . राजनीतिक परिवार से होने के कारण इंदिरा ने आजादी की लड़ाई को बेहद करीब से देखा और भाग लिया. उन्होंने हमेशा आजादी के लिए दी गई कुर्बानियों का महत्व समझा और देश और लोगों की बेहतरी के लिए काम किया.
(19 नवंबर को इंदिरा गांधी के जन्मदिवस पर विशेष)