वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी 16 मार्च को वित्त वर्ष 2012-13 का आम बजट पेश करेंगे. आर्थिक मंदी के बढ़ते खतरे के बीच विभिन्न इंडस्ट्रियों के दिग्गज की निगाहें प्रणब दा पर टिकी हैं. हर किसी को उम्मीद है कि आने वाला बजट ऐसा होगा जिसका सकारात्मक असर उनके व्यवसाय पर पड़ेगा.
आइए जानते हैं क्या है बिजनेस के दिग्गजों की राय...
हमारे देश में कर्ज दर बहुत ज्यादा है. उसे कम करने के लिए वित्त मंत्री क्या करते हैं ये देखना होगा? मुझे पूरा विश्वास है वे इसे कम करने की कोशिश करेंगे हालांकि इसके लिए कौन सी नीति अपनाएंगे वो हमारी समझ से बाहर है.---वेणुगोपाल धूत, चेयरमैन, वीडियोकोन ग्रुप
हमारे देश को क्षेत्र विशेष पर नीतिगत बदलाव कर विकास करने की जरूरत है. फिलहाल कर्ज दर को घटाना सबसे जरूरी है. और देश में सकारात्मक बिजनेस माहौल बनाया जाए ताकि लोग निवेश करें.--- के पी सिंह, चेयरमैन, डीएलएफ
भारतीय कंपनियों ने जिस तरह रिसर्च के जरिए ज्यादातर मध्यम वर्गीय परिवारों को कार मुहैया कराया. कुछ ऐसा ही अहम दवाइयों के लिए भी किया जा सकता है. लेकिन उसके लिए टैक्स इनसेंटिव में बदलाव करने की जरूरत है. दुनिया के अन्य देशों में हमारी तुलना में टेक्स क्रेडिट बहुत ज्यादा है. जैसे कनाडा और इजरायल. वित्त मंत्री को हेल्थकेयर इंडस्ट्री का ख्याल रखते हुए इस दिशा में अहम फैसले लेने चाहिए.--- स्वाती पीरामल, वीसी, पीरामल ग्रुप