बीजेपी सांसद राम जेठमलानी ने पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को कड़ा पत्र लिखा है. उन्होंने बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाया है कि वे संप्रग सरकार के दूसरे शासनकाल में बड़े पैमाने पर व्याप्त भ्रष्टाचार पर चुप्पी साध आपसी मतभेद में ही उलझे हैं.
जेठमलानी ने कहा है कि देश भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तेजनापूर्ण कार्रवाई चाहता है. ऐसे समय में बीमार पार्टी के नेताओं को नहीं कह सकने वाली जड़ता ने घेर लिया है और वे लकवा के शिकार हो गए हैं.
जेठमलानी ने गडकरी को 23 मई को लिखे पत्र में कहा है कि सरकार प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतारने की योजना बना रही है. बीजेपी इस मुद्दे पर चुप है, जिससे जनता समझेगी कि उसके पास भी कुछ छुपाने लायक है इसलिए पार्टी हमारे पैसे को लुटते हुए देख रही है.
जेठमलानी ने आगे लिखा है कि देश समझ चुका है कि गरीबी और अभावग्रस्तता चारों ओर फैले भ्रष्टाचार और मुख्य रूप से हमारे वर्तमान शासकों द्वारा राष्ट्रीय संपत्ति की बड़े पैमाने पर लूट के कारण है. मेरा और कमोबेश पूरे देश का मानना है कि मौजूदा केंद्रीय मंत्रिमंडल के आधे सदस्यों को जेल में होना चाहिए. बीजेपी नेता एक दूसरे की टांग खींचने में व्यस्त हैं.