पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की एक किताब सियासत में हलचलों का अंबार लेकर आ गई है. एक नया खुलासा ये हुआ है कि 2004 में जब वो गुजरात जाना चाहते थे, तो तब की अटल सरकार को इससे जुड़ी कई आशंकाएं सता रही थीं.
एक अंग्रेजी अखबार ने किताब की कुछ पंक्तियों के हवाले से ये दावा किया है कि दंगों के बाद अटल कलाम के गुजरात दौरे को लेकर सशंकित थे.
कलाम ने अपनी इस किताब में उस वक्त की कुछ और बातें भी उजागर की हैं. कलाम के मुताबिक, तब के कई मंत्रालय और अफसरशाही में गुजरात दौरे को लेकर आशंकाएं थीं.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, कलाम की किताब में लिखा है कि उस समय ये भी आशंका जताई जा रही थी कि मेरे गुजरात दौरे के दौरान मोदी सरकार मेरा बहिष्कार करेगी लेकिन, मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि जब मैं गांधीनगर पहुंचा तो ना सिर्फ मुख्यमंत्री बल्कि उनका पूरा मंत्रिमंडल और तमाम नेता और अफसर वहां मेरे स्वागत के लिए एअरपोर्ट पर खड़े थे.
जाहिर है, कलाम की एक किताब ने सियासत में अजीबोगरीब सी हलचल पैदा कर दी है. अतीत के चंद पुराने पन्नों ने वर्तमान को झकझोर दिया है. ना जाने मिसाइल मैन की इस किताब में और क्या-क्या मिसाइल बाकी हैं.