कर्नाटक में बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि वो मुंबई में होने वाली बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नहीं जाएंगे. येदियुरप्पा ने कहा कि नरेंद्र मोदी को पर्याप्त मौका नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी निर्णय लेने नहीं दिया जा रहा. अरुण जेटली और सुषमा स्वराज पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ये दोनों पार्टी नेता अनंत कुमार से प्रभावित हैं. येदियुरप्पा ने तो अनंत कुमार को पार्टी से बाहर किए जाने की भी मांग कर दी.
राज्य में पार्टी को हाल में संकट में डालने वाले येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हिस्सा नहीं लूंगा.’ हालांकि येदुरप्पा ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर लगायी जाने वाली अटकलों को नकारते हुए कहा कि वह कांग्रेस सहित किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होने नहीं जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मैं कांग्रेस से जुड़ने वाला हूं. यह सच से कोसों दूर है. किसी और राजनीतिक दल से जुड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता.’ येदियुरप्पा की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस के कुछ नेताओं के उन बयानों के खिलाफ आई है जिसमें उन्होंने येदियुरप्पा के कांग्रेस में आने की बातें कहीं हैं. येदियुरप्पा का कहना है कि वह 30 मई को राज्य का दौरा करके लोगों की इच्छा जानेंगे और तभी अपने भविष्य के बारे में कोई सही निर्णय करेंगे.
येदियुरप्पा के वफादार राज्य के 9 मंत्रियों और कुछ विधायकों द्वारा इस्तीफा देने बाद भाजपा सरकार के लिए एक संकट की स्थिति पैदा हो गयी थी. हालांकि येदियुरप्पा ने कुछ ही दिन पहले यह भी साफ कर दिया कि उन्होंने पार्टी छोड़ने का अपना फैसला स्थगित कर दिया है.