कर्नाटक विधानसभा में मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखे जाने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बुधवार को तीनों पूर्व मंत्रियों को जेल भेजे जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस घटना से संविधान का अपमान हुआ है.
अन्ना हजारे ने एक बयान में कहा, ‘मैं यह जानकर निराश हूं कि कर्नाटक विधानसभा में दो मंत्रियों ने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखा. मैं यह सुनकर और निराश हुआ कि इस घटना के समय सदन की कार्यवाही चल रही थी.’
उन्होंने कहा, ‘अश्लील वीडियो देखने वालों में एक महिला एवं बाल विकास मंत्री है और यह वीडियो एक तीसरे मंत्री द्वारा भेजा गया था.’
सामाजिक कार्यकर्ता ने ऐसे लोगों को विधानसभा से निष्कासित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने विधानसभा का अपमान किया है और इन्हें जेल भेजा जाना चाहिए. अन्ना हजारे ने कहा, ‘इन लोगों को विधानसभा से तुरंत निष्कासित किया जाना चाहिए क्योंकि इन्होंने विधानसभा का अपमान किया है. इन लोगों ने संविधान का अपमान किया है, इसके लिए इन्हें जेल भेजा जाना चाहिए.’
अन्ना हजारे ने कहा कि संविधान के मुताबिक विधानसभा और संसद पवित्र मंदिर हैं.
हजारे ने कहा, ‘ऐसे लोग यदि सत्ता में रहे तो देश के लोगों का भविष्य खतरे में है. यह व्यवस्था बदलने और ऐसे लोगों से देश को बचाने का समय है.’
ज्ञात हो कि महिला एवं बाल विकास मंत्री सी.सी. पाटील और सहकारिता एवं कृषि विपणन मंत्री लक्ष्मण सवदी मंगलवार को विधानसभा में मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखते हुए पाए गए. यह मोबाइल फोन पर्यावरण एवं खेल मंत्री जे. कृष्णा पालेमर का था. इस मामले में तीनों मंत्रियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.