पिछले साल के उप विजेता इथियोपिया के लेलिसा देसिसा ने कीनियाई धावकों की कड़ी चुनौती से पार पाते हुए एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन का एलीट पुरुष वर्ग का खिताब जीत लिया जबकि एलीट महिला वर्ग में कीनिया की लूसी काबू ने बाजी मारी.
देसिसा की राह हालांकि आसान नहीं रही. उन्हें कीनिया के ज्योफ्रे किपसांग से कड़ी टक्कर मिली जिनका खिताब जीतना लगभग तय लग रहा था लेकिन दौड़ के अंतिम लैप में वह पिछड़ गये और देसिसा ने खिताब अपने नाम किया.
देसिसा ने 21.097 किमी की दूरी 59 मिनट और 30 सेकेंड में पूरी की. उन्हें इस जीत के लिए 25000 अमेरिकी डालर मिले. अधिकांश समय देसिसा को कड़ी टक्कर देने वाले किपसैंग को अंत में 59 मिनट और 31 सेकेंड के समय के साथ दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा. किपसैंग के हमवतन माइक कीगन 59 मिनट और 58 सेकेंड का समय लेकर तीसरे स्थान पर रहे.
दो बार के विजेता और रिकार्डधारक इथियोपिया के डेरिबा मर्गा शनिवार को चोट के कारण दौड़ से हट गये थे.
दिल्ली हाफ मैराथन का कोर्स रिकार्ड 2008 और 2009 के चैम्पियन मर्गा के नाम है जिन्होंने 2008 में यह दूरी 59 मिनट 15 सेकेंड में पूरी की थी. यह उनका निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी था.
देसिसा का प्रदर्शन पिछले साल के विजेता कीनिया के ज्योफ्री मुताई से बेहतर है जिन्होंने यह दौड़ 59 मिनट 38 सेकेंड में जीती थी. मुताई ने निजी कारणों से इस बार इस स्पर्धा में हिस्सा नहीं लिया.
देसिसा ने कहा, ‘मुझे सर्दी लगी थी अन्यथा मैं इससे भी बेहतर समय निकाल सकता था. प्रतिस्पर्धा अच्छी थी और मैं केवल तेज दौड़ने के बारे में सोच रहा था. सड़क काफी अच्छी थी लेकिन मौसम थोड़ा प्रतिकूल था.’
बीस वर्षीय किपसैंग ने कहा, ‘रास्ता इतना अच्छा था कि मैंने 60 सेकेंड से कम में दौड़ पूरी करने का लक्ष्य बनाया था और इसे हासिल किया. मैं अंतिम 300 गज तक आगे चल रहा था लेकिन वह (देसिसा) अंत में मुझे आगे निकल गया.’
महिला वर्ग में काबू की अगुआई में कीनियाई धावकों का दबदबा रहा. काबू ने एक घंटा सात मिनट और चार सेकेंड में दौड़ पूरी करके अपनी हमवतन शेरोन चेरोप (एक घंटा सात मिनट और आठ सेकेंड) को दूसरे स्थान पर पछाड़ा.
गत विजेता इथियोपिया की एसेलेफच मर्गिया अपने खिताब की रक्षा करने में विफल रही और एक घंटा सात मिनट और 21 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रही.
काबू ने कहा, ‘मैं अपना निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके खुश हूं. मुझे विश्व रिकार्ड तोड़ने की उम्मीद थी लेकिन मैं आज अपने प्रदर्शन से खुश हूं. मैंने दौड़ का लुत्फ उठाया, रास्ता सपाट और काफी अच्छा था. मौसम काफी खराब नहीं था लेकिन थोड़ा अधिक ठंडा था. उम्मीद करती हूं कि आयोजक अगले साल भी मुझे आमंत्रित करेंगे.’
एलीट पुरुष और महिला वर्ग के विजेताओं को 25 हजार अमेरिकी डालर मिले जबकि उप विजेता और तीसरे स्थान पर रहने वाले धावकों को क्रमश: 15000 और 10000 डालर दिये गये.
भारतीय धावकों के बीच पुरुष वर्ग में सुरेश कुमार एक घंटा चार मिनट और आठ सेकेंड के साथ शीर्ष पर रहे. वह कुल 20वें स्थान पर रहे. सेना खेल संस्थान के खेता राम (एक घंटा चार मिनट और 44 सेकेंड) दूसरे जबकि वीएल डांगी (एक घंटा पांच मिनट और दो सेकंेड) तीसरे स्थान पर रहे. महिला वर्ग में ललिता बब्बर अपने खिताब की रक्षा करने में सफल रही और एक घंटा 17 मिनट और 38 सेकेंड के साथ उन्होंने भारतीय महिला धावकों के बीच सबसे तेज समय निकाला.
जयपुर मैराथन की विजेता किरण तिवारी (एक घंटा 17 मिनट और 59 सेकेंड) दूसरे जबकि स्वाति गधावे :एक घंटा 20 मिनट और 56 सेकेंड: तीसरे स्थान पर रही. भारतीय धावकों के बीच चैम्पियन बने धावकों को 4000 डालर मिले.
हाफ मैराथन में लगभग 30500 लोगों ने हिस्सा लिया. इनमें से 8368 ने हाफ मैराथन के लिए पंजीकरण कराया था जबकि 21095 ने ग्रेट दिल्ली रन के लिए पंजीकरण कराया.
वरिष्ठ नागरिक दौड़ में लगभग 815 लोगों ने शिरकत की जबकि व्हीलचेयर वर्ग में 43 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के अध्यक्ष और मुंबई मैराथन के हाफ मैराथन वर्ग में नियमित तौर पर हिस्सा लेने वाले अनिल अंबानी ने दिल्ली हाफ मैराथन में दूसरी बार शिरकत की.
अंबानी के अलावा बालीवुड कलाकारों गुल पनाग, राहुल बोस और राजीव खंडेलवाल ने भी हाफ मैराथन में हिस्सा लिया. मशहूर उद्योगपति विजय माल्या के बेटे सिद्धार्थ ने भी दौड़ में शिरकत की.
मैराथन के बहाने दिल्ली ने अपने जोश का इजहार किया और ऊर्जावान होने का भी एक अच्छा नमूना भी पेश किया है. बहरहाल, इस तरह के आयोजन से राजधानी दिल्ली को आने वाले वक्त में भी फायदा होने की उम्मीद की जा सकती है.