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किंगफिशर के टिकट बेचने पर लगी रोक

आईएटीए ने भुगतान न कर पाने के कारण संकटग्रस्त किंगफिशर एयरलाइन्स की टिकटें बेचने से यात्री एजेंटों को मना किया है.

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आईएटीए ने भुगतान न कर पाने के कारण संकटग्रस्त किंगफिशर एयरलाइन्स की टिकटें बेचने से यात्री एजेंटों को मना किया है.

आईएटीए ने बुधवार को किंगफिशर एयरलाइन्स को महीने भर में दूसरी बार निलंबित कर दिया है. इससे कंपनी उस प्रणाली में भागीदारी से वंचित हो जाएगी जिसके तहत विमानन कंपनियां वैश्विक स्तर पर एक.दूसरे के बिलों का भुगतान करती हैं.

आईएटीए के सहायक निदेशक (कापरेरेट कम्यूनिकेशंस) एल्बर्ट जोएंग ने सिंगापुर से जारी एक बयान में कहा ‘आईएटीए ने आईएटीए क्लियरिंग हाउस (आईसीएच) में किंगफिशर एयरलाइन्स की भागीदारी निलंबित कर दी है. ऐसा इसलिए किया गया कि कंपनी ने तय समयसीमा में आईसीएच खाते में बकाए का भुगतान नहीं किया.’

उन्होंने कहा ‘आईसीएच में किंगफिशर की भागीदारी तभी बहाल की जाएगी जब कंपनी आईसीएच की जरूरतें पूरी करेगी.’ आईएटीए के सूत्रों ने कहा कि यह दो फरवरी के बाद दूसरा मौका है जब बकाए का भुगतान न करने के कारण किंगफिशर को आईसीएच से निलंबित किया गया है. इससे पहले निलंबन के 10 दिन के भीतर इसे बहाल कर दिया गया था और अब एक बार फिर से उसे निलंबित कर दिया गया है.

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विमानन कंपनियों और विमानन क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां आईएटीए क्लियरिंग हाउस :आईसीएच: से इसलिए जुड़ती हैं ताकि अन्य विमानन कंपनियों या अन्य कंपनियों से मिली सेवाओं के लिए वे भुगतान कर सकें.

उल्लेखनीय है कि अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही किंगफिशर द्वारा बकाए का भुगतान न करने के कारण आयकर विभाग, सेवा कर और उत्पाद शुल्क व सीमाशुल्क विभागों ने कंपनी के बैंक खातों पर रोक लगा दी है.

किंगफिशर अपनी तंगहाली के कारण वैश्विक विमानन कंपनियों के समूह ‘वनवर्ल्ड’ से नहीं जुड़ सकी. कंपनी को 10 फरवरी को इस संगठन में औपचारिक तौर पर शामिल होना था.

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