गृहमंत्री पी. चिदंबरम का कहना है कि सरकार की ओर से सुरक्षा के आश्वासन के बावजूद कुडनकुलम में परमाणु उर्जा संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शनों के जारी रहने के पीछे कुछ गुप्त उद्देश्य दिखाई देते हैं.
चिदंबरम ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तमिलनाडु में बिजली संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से इस समस्या का त्वरित समाधान निकालने के लिहाज से कदम उठाने का आग्रह किया. कुडनकुलम परियोजना के खिलाफ जारी आंदोलन पर उन्होंने कहा कि इसके पीछे कुछ गुप्त मकसद हैं.
चिदंबरम के मुताबिक उन्होंने प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार को भी राज्य में बिजली संकट का हल निकालने के लिए ठोस कदम उठाने की सलाह दी थी.
गृहमंत्री ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाये रखना चाहता है और देश ने गंभीर मंथन के बाद श्रीलंका के खिलाफ कथित युद्ध अपराधों को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में प्रस्ताव का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने भी संसद में इस प्रस्ताव के बारे में बयान दिया है.
भारत ने गत सप्ताह यूएनएचआरसी में श्रीलंका पर लिट्टे के खिलाफ संघर्ष के दौरान कथित मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर प्रतिबंध लगाने के अमेरिका द्वारा पेश प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था. चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस ने श्रीलंका में तमिलों के हितों के साथ विश्वासघात नहीं किया है.