राज्य में बिजली की समस्या को देखते हुए आखिरकार तमिलनाडु सरकार ने एकाएक यू-टर्न लेते हुए विवादास्पद कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र को हरी झंडी दे दी. इससे भारत-रूस की इस संयुक्त परमाणु ऊर्जा परियोजना पर महीनों से जारी गतिरोध सोमवार को खत्म हो गया.
तिरुनेलवेली शंकरनकोइल विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव के एक दिन बाद राज्य कैबिनेट की बैठक में इस परियोजना को हरी झंडी दे दी गयी. यह संयंत्र तिरुनेलवेली में ही है.
परियोजना को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद राज्य कैबिनेट ने पिछले साल सितंबर में एक प्रस्ताव पारित कर इस परियोजना पर तब तक के लिए रोक लगा दी थी, जब तक कि परियोजना को लेकर लोगों की आशंकाओं का समाधान ना हो जाए.
मुख्यमंत्री जयललिता ने कहा था कि जनता की खुशी ही उनकी सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण है.
लेकिन राज्य में जारी बिजली की समस्या को देखते हुए आखिरकार जयललिता ने परियोजना को हरी झंडी दे दी. इस बारे में कैबिनेट की अध्यक्षता करने के बाद जयललिता ने कहा, ‘आज कैबिनेट के इस फैसले के अनुरूप संयंत्र को शुरू करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.’