पीठ दर्द से जूझने के बावजूद कलात्मक बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के आखिरी दिन नाबाद 73 रन की पारी खेलकर भारत को बेहद ही रोमांचक मुकाबले में यादगार जीत दिला दी.
लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 216 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की पारी को लगभग अकेले के दम पर ही संभाला क्योंकि दूसरे छोर पर अनुभवी बल्लेबाज खराब शॉट खेलते और अम्पायर के गलत फैसलों के कारण एक-एक कर आउट हो रहे थे.
लक्ष्मण ने अपनी सधी हुई पारी की बदौलत भारत को बेहद यादगार टेस्ट जीत दिला दी. भारत की दूसरी पारी में दूसरा सर्वाधिक स्कोर सचिन तेंदुलकर का रहा जिन्होंने 38 रन बनाये. वहीं, इशांत शर्मा ने भी निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए महत्वपूर्ण 31 रन बनाये.
आज मिली जीत के साथ ही भारत ने अब श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है और उसने बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी के इतिहास के सातवें सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रृंखला को बचा लिया है.
अब दोनों टीमों के बीच दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच बेंगलूर में नौ अक्तूबर से होगा.
दोनों ही पारियों में रनर का इस्तेमाल करने वाले लक्ष्मण आज सुबह जहीर खान के आउट होने के बाद तेंदुलकर का साथ देने आए जो कल रात्रि पहरी के रूप में मैदान पर उतरे थे. {mospagebreak}
तेंदुलकर और लक्ष्मण ने मैच की नाजुक स्थिति को समझते हुए पारी को तेज गति से आगे बढाया. चोट से जूझने के बावजूद लक्ष्मण ने शुरू से ही खूबसूरत शाट लगाए. आलम यह था कि तेंदुलकर और लक्ष्मण ने केवल 6.1 ओवर में 43 रन जोड़कर भारत को जीत की ओर आगे बढाया. जीत का दारोमदार अपने कंधों पर लिए तेंदुलकर ने 64 गेंदों की अपनी पारी में पांच चौके जड़े. उनके कवर ड्राइव और कलाइयों द्वारा लगाए गए शाट उनके इरादों को साफ जाहिर कर रहे थे. लेकिन आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने दबाव बनाते हुए सुबह के सत्र के पहले ड्रिंक्स ब्रेक से ठीक पूर्व तेंदुलकर को आउट करके भारत को करारा झटका दिया.
अपर कट लगाने के प्रयास में बोलिंजर की गेंद पर तेंदुलकर चूक गए और माइक हसी ने गली में शानदार कैच लपका. मास्टर ब्लास्टर के आउट होने के बाद लक्ष्मण का साथ देने कप्तान धोनी मैदान पर आए. धोनी शुरू से ही विपक्षी गेंदबाजों की गेंदों को समझने में नाकामयाब रहे और गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए.
लक्ष्मण के रनर रैना और धोनी के बीच रन लेने को लेकर तालमेल का अभाव दिखा और धोनी को रन आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा. धोनी के बाद मैदान पर उतरे हरभजन सिंह भी ज्यादा देर आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना नहीं कर पाए और बोलिंजर की बाहर जाती हुई गेंद पर बल्ला अड़ा बैठे और दूसरी स्लिप पर खड़े रिकी पोंटिंग ने कैच पकड़ने में कोई गलती नहीं की.{mospagebreak}
हैदराबादी बल्लेबाज लक्ष्मण ने आज फिर साबित किया कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भारत का स्तंभ क्यों कहा जाता है. आज की शानदार पारी से बमुश्किल दो महीने पहले लक्ष्मण ने श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में तीसरे टेस्ट मैच में नाबाद 103 रन की पारी की बदौलत भारत को जीत दिलाई थी. लक्ष्मण का बल्ला हमेशा से ही आस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ जमकर बोला है. वर्ष 2001 में कोलकाता में हुए टेस्ट मैच को कौन भूल सकता है जिसमें इस कलात्मक बल्लेबाज की 281 रन की पारी ने आस्ट्रेलिया को फालोआन देने के बावजूद हार के लिए मजबूर कर दिया था.
पहले टेस्ट में जीत के साथ यह साफ है कि भारत ने दो मैचों की इस श्रृंखला में अजेय बढ़त बना ली. बेंगलूर में होने वाले दूसरे टेस्ट में अगर आस्ट्रेलियाई टीम जीत दर्ज भी कर लेती है तो भी श्रृंखला बराबर ही होगी और अगर यह टेस्ट ड्रा रहता है या भारत जीतता है तो श्रृंखला धोनी एंड कंपनी के नाम हो जाएगी.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़, हरभजन सिंह, वीवीएस लक्ष्मण, इशांत शर्मा, जहीर खान, प्रज्ञान ओझा
ऑस्ट्रेलिया: शेन वाटसन, साइमन कैटिच, रिकी पोटिंग, माइकल हसी, माइकल क्लार्क, नॉर्थ, टीम पेन, मिशेल जॉनसन, डग बोलिंगर, हिलफेनहॉस, नॉथन हॉरिज