भारत और इंग्लैंड के बीच आज से यहां लार्डस में शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में दुनिया की नंबर एक टीम बनने की जंग छिड़ेगी. दुनिया की नजरें साथ ही महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर पर भी होंगी जो अंतरराष्ट्रीय शतकों का शतक बनाने से सिर्फ एक कदम दूर हैं.
दुनिया की नंबर एक टीम भारत और तीसरे नंबर की इंग्लैंड के बीच होने वाले पहले टेस्ट को आंकड़ों के लिहाज से भी काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इसके साथ कई नये रिकार्ड बनेंगे. श्रृंखला का पहला टेस्ट दोनों टीमों के बीच 100वां जबकि खेल के इतिहास का 2000वां टेस्ट मैच होगा.मैच भारतीय समयानुसार दोपहर साढ़े तीन बजे शुरू होगा.
इतना ही नहीं क्रिकेट का मक्का कहा जाने वाला लार्डस का ऐतिहासिक मैदान सचिन तेंदुलकर के 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक का गवाह भी बन सकता है. यह दिग्गज बल्लेबाज इस उपलब्धि को हासिल करने से सिर्फ एक कदम दूर है.
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आंकड़ों को अगर छोड़ दिया जाये तो चार टेस्ट की इस श्रृंखला को टेस्ट क्रिकेट की दो सर्वश्रेष्ठ टीमों के बीच शीर्ष स्थान की जंग के रूप में देखा जा रहा है.
इंग्लैंड का मौसम हालांकि इस रोमांचक मैच में अड़चन बन सकता है क्योंकि पहले टेस्ट के पांचों दिन बारिश की भविष्यवाणी की गई है.
भारतीय टीम जहां नंबर एक की कुर्सी को बरकरार रखने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी वहीं अगर इंग्लैंड की टीम दो टेस्ट के अंतर से श्रृंखला जीतने में सफल रहती है तो महेंद्र सिंह धोनी की टीम को पछाड़कर दुनिया की नंबर एक टीम बन जाएगी.
पिछली पांच श्रृंखलाओं में अजेय रहे इंग्लैंड के खिलाफ हालांकि भारत की राह आसान नहीं होगी जो टांटन में समरसेट के खिलाफ अभ्यास मैच में प्रभावित करने में विफल रहा. अभ्यास मैच में शतक जड़ने वाले सुरेश रैना के अलावा तेंदुलकर सहित भारत के सभी शीर्ष बल्लेबाज इस मैच में विफल रहे जबकि गेंदबाज भी दो पारियों में समरसेट के केवल पांच विकेट हासिल कर पाये.
गौतम गंभीर, तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे अनुभवी खिलाड़ियों वाले बल्लेबाजी क्रम की विफलता धोनी के लिये चिंता की बात है. वीरेंद्र सहवाग की अनुपस्थिति में टेस्ट क्रिकेट में 35000 से भी अधिक रन बनाने वाले तेंदुलकर, द्रविड़ और लक्ष्मण का प्रदर्शन टीम इंडिया की सफलता में अहम भूमिका निभाएगा.
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छह दिसंबर 2009 को भारत के नंबर एक बनने के बाद तेंदुलकर ने 15 टेस्ट में 1722 रन बनाये हैं लेकिन लार्डस में उनका रिकार्ड काफी खराब है जहां उनका उच्चतम स्कोर 37 रन है. इसके अलावा तेंदुलकर ने इस साल जनवरी के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है.
टीम इंडिया को इंग्लैंड के मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ सलामी बल्लेबाजों गंभीर और अभिनव मुकुंद से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी. गंभीर ने कंधे की चोट के कारण वेस्टइंडीज दौरे से बाहर रहने के बाद वापसी की है.
टीम को द्रविड़ से मैराथन पारी खेलने की उम्मीद होगी। यह बल्लेबाज कैरेबियाई दौरे पर अच्छी फार्म में था लेकिन अभ्यास मैच में विफल रहा.
कप्तान धोनी को भी बल्ले से बेहतर प्रदर्शन करना होगा जबकि रैना ने वेस्टइंडीज दौरे और समरसेट के खिलाफ अभ्यास मैच में अच्छे प्रदर्शन के दम पर युवराज सिंह को पछाड़कर अंतिम एकादश में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है.
जहीर खान की वापसी से भारत का गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ है और वह फार्म में चल रहे इशांत शर्मा के साथ भारतीय आक्रमण की अगुआई करेंगे. इशांत ने वेस्टइंडीज में तीन टेस्ट में 22 विकेट चटकाये थे. जहीर और इशांत के अलावा भारत के पास मुनाफ पटेल और प्रवीण कुमार जैसे तेज गेंदबाज भी हैं जो अनुकूल परिस्थितियों में किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सकते हैं.
हरभजन सिंह स्पिन आक्रमण की अगुआई करेंगे जबकि लेग स्पिनर अमित मिश्रा उनका साथ देने के लिए टीम में मौजूद हैं.
इंग्लैंड में जहीर का खराब रिकार्ड हालांकि टीम के लिए चिंता का सबब है. यह तेज गेंदबाज इंग्लैंड के पिछले दो दौरों में केवल नौ विकेट हासिल कर पाया है. मेजबान टीम का बल्लेबाजी क्रम बेहतर हुआ है और ऐसे में टीम इंडिया के लिए उसके 20 विकेट चटकाना आसान नहीं होगा.
इंग्लैंड को कप्तान एंड्रयू स्ट्रास के फार्म में लौटने से राहत मिली होगी. उन्होंने भारत के खिलाफ अभ्यास मैच में समरसेट की ओर से 78 और नाबाद 109 रन की पारी खेली.
एकदिवसीय कप्तान एलिस्टेयर कुक और जोनाथन ट्राट की बेहतरीन फार्म भी भारतीय गेंदबाजों की चिंता का सबब है. पिछले साले आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में नाबाद 329 रन की साझेदारी के बाद ये दोनों बल्लेबाज पिछले सात टेस्ट में पांच शतकीय और एक दोहरी शतकीय साझेदारी कर चुके हैं.
इंग्लैंड की ओर से पिछले आठ टेस्ट में कुक ने पांच जबकि ट्राट ने तीन शतक जमाये हैं.
आलोचक भले ही स्ट्रास और केविन पीटरसन की खराब फार्म के लिए आलोचना कर रहे हों लेकिन इयान बेल, इओइन मोर्गन और मैट प्रायर की तिकड़ी इसकी भरपाई कर देती है जो हाल में कभी एक साथ विफल नहीं रहे. निचले क्रम में स्टुअर्ट ब्राड और ग्रीम स्वान भी बल्ले से योगदान देने में सक्षम हैं. इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण में विविधता की कोई कमी नहीं है जो इसे अधिक खतरनाक बनाता है.
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टीम में तीन ऐसे गेंदबाज हैं जिनकी लंबाई छह फुट से अधिक है. इसमें जेम्स एंडरसन, ब्राड और क्रिस ट्रेमलेट शामिल हैं. इन तीनों ने पिछले 16 टेस्ट में इंग्लैंड को 11 जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है.
इंग्लैंड के स्पिन आक्रमण का दारोमदार आफ स्पिनर ग्रीम स्वान पर होगा जिन्होंने 32 टेस्ट में 140 विकेट चटकाये हैं. इस मैच के लिए स्टेडियम के खचाखच भरे रहने की संभावना है जबकि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने मैच के चौथे दिन दोनों देशों के पूर्व कप्तानों की परेड की योजना भी बनाई है.
टीमें इस प्रकार हैं:
इंग्लैंड
एंड्रयू स्ट्रास (कप्तान), एलिस्टेयर कुक, जोनाथन ट्राट, केविन पीटरसन, इयान बेल, इओइन मोर्गन, मैट प्रायर, स्टुअर्ट ब्राड, ग्रीम स्वान, जेम्स एंडरसन, क्रिस ट्रेमलेट, टिम ब्रेसनेन.
भारत
महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, अभिनव मुकुंद, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, सुरेश रैना, हरभजन सिंह, प्रवीण कुमार, जहीर खान, इशांत शर्मा, युवराज सिंह, अमित मिश्रा, मुनाफ पटेल, रिद्धिमान साहा, एस श्रीसंत