मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) की प्रंबध समिति ने चेन्नई में बीती रात बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान द्वारा मांगी गई माफी पर संज्ञान लिया, लेकिन उन्होंने आईपीएल के नये चैम्पियन कोलकाता नाइटराइडर्स के मालिक पर से पांच साल का प्रतिबंध नहीं हटाया.
एमसीए के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख ने कहा, ‘समिति ने रोजमर्रा के मामलों पर चर्चा की लेकिन कुछ सदस्यों ने शाहरुख खान का मुददा भी उठाया. इस पर फैसला किया गया कि इसका निर्णय अध्यक्ष और अधिकारियों पर छोड़ दिया गया जो कल की माफी पर और जानकारी जुटायेंगे.’
यह पूछने पर कि वह इस मामले पर अपने अधिकारियों के साथ बैठकर कब चर्चा करने वाले हैं, तो उन्होंने कहा, ‘हम इस मामले को जल्द से जल्द निपटाना चाहते हैं. इसे और लटकाने का कोई तुक नहीं है.’ अपनी पत्नी, बच्चों और दोस्तों के बच्चों से घिरे शाहरुख ने केकेआर के आईपीएल जीतने के बाद कहा था, ‘ मैं सभी बच्चों से एमसीए पर अपनी बदसलूकी के लिये माफी मांगता हूं. मैं उन सभी से माफी चाहता हूं जिन्होंने मेरा वह रूप देखा. मुझे वैसे बर्ताव नहीं करना चाहिये था, लेकिन मेरी टीम जीती है तो मैं उम्मीद करता हूं कि सारे प्रशंसक मुझे माफ कर देंगे.’
हालांकि एमसीए सूत्रों ने कहा कि आईपीएल चैम्पियन कोलकाता नाइटराइडर्स के मालिक शाहरुख ने भले ही एमसीए से सीधे माफी नहीं मांगी लेकिन कम से कम उन्होंने अपनी गलती तो स्वीकार की.
एक सूत्र ने कहा, ‘जहां तक हमारा संबंध है, इस प्रतिबंध में कोई बदलाव नहीं हुआ है. हमें शाहरुख खान की तरफ से कुछ नहीं बताया गया है. जैसे ही कुछ आता है तो देखेंगे.’
एमसीए के एक सूत्र ने संकेत दिया कि केकेआर के मालिक से अधिकारिक संवाद नहीं आया है और अधिकारियों को सार्वजनिक माफी के बारे में सोमवार सुबह के अखबारों से पता चला है जो उन्होंने बीती रात मांगी थी.
एक सूत्र ने कहा, ‘क्या उन्होंने एमसीए से माफी मांगी? चलो कम से कम यह तो स्वीकार किया कि उनका बर्ताव गलत था.’ इससे पहले एमसीए की प्रबंध समिति ने 18 मई को शाहरुख के वानखेड़े स्टेडियम में प्रवेश पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया था.
मुंबई इंडियंस पर केकेआर की जीत के बाद शाहरुख सुरक्षाकर्मियों और अधिकारियों से भिड़ गए थे. शाहरुख पर प्रतिबंध का ऐलान करते हुए एमसीए अध्यक्ष देशमुख ने कहा था, ‘एमसीए की प्रबंधन समिति की बैठक में शाहरुख के बर्ताव की निंदा की गई. उन्होंने बिना किसी उकसावे के एमसीए अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के साथ बीसीसीआई और आईपीएल अधिकारियों की मौजूदगी में बदतमीजी की.’
देशमुख ने कहा था, ‘शाहरुख को अपने बर्ताव पर कोई खेद नहीं है. उसने इस हरकत को सही ठहराते हुए एमसीए अधिकारियों को धमकी दी और अपशब्द कहे. प्रबंध समिति को शाहरुख पर पांच साल का प्रतिबंध लगाना पड़ रहा है.’
यह पूछने पर कि क्या बीसीसीआई यह फैसला बदल सकता है, देशमुख ने कहा था, ‘हमने अपने संघ की गरिमा को बचाने के लिये यह फैसला लिया है. बीसीसीआई हमारी पैतृक संस्था है और हमने उन्हें सब कुछ बता दिया है. बीसीसीआई के फैसले पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है. हम स्वतंत्र संस्था हैं और वानखेड़े स्टेडियम हमारी संपत्ति है.’