मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के खिलाफ देश की एक अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया.
पुलिस प्रवक्ता अब्दुल मन्नान युसूफ ने आपराधिक अदालत द्वारा जारी वारंट के आधार का खुलासा नहीं किया और न ही यह बताया कि कब माले में अपने आवास में समर्थकों से घिरे नशीद को गिरफ्तार किया जायेगा. बाद में पुलिस आयुक्त अब्दुल्ला रियाज ने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या वारंट संवैधानिक है.
उन्होंने ब्योरा नहीं दिया लेकिन कहा कि वारंट की वैधानिकता की जांच की जा रही है. नशीद ने मंगलवार को कहा था कि वे स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं लेकिन अगले ही दिन जब पूर्व उप राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन नयी सरकार बना रहे थे तब नशीद ने अचानक ऐलान किया कि उन्हें बंदूक की नोक पर सत्ताच्युत किया गया. सरकार ने इसका खंडन किया.
नशीद के हजारों समर्थक उसके बाद सडकों पर उतर आये और माले में सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी झड़प हुई. समर्थकों ने कई थानों पर हमला किया. इस घटनाक्रम से अपनी सुंदरता के लिये विख्यात 300000 की आबादी वाले देश के पर्यटन उद्योग को खतरा पैदा हो गया है और 30 साल एक ही व्यक्ति के शासन के बाद लौटे लोकतंत्र के भविष्य पर भी सवाल खडा हो गया है.