भारत और पाकिस्तान में तेज़ी से बदलते घटनाक्रम के बीच ख़बर मिल रही है कि भारतीय प्रधानमंत्री का इस्लामाबाद दौरा खटाई में पड़ सकता है.
सूत्रों से पता चला है कि आतंकवाद पर पाकिस्तान के सुस्त रवैये से भारत बुरी तरह ख़फ़ा है. भारत का मानना है कि पाकिस्तान आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ने के अपने वादे पर खरा नहीं उतर रहा है.
ऐसी सूरत में भारत पाकिस्तान के रिश्तों में सुधार की उम्मीद करना बेमानी है. इसके अलावा भारत को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रुख़ का भी इंतज़ार है क्योंकि भारत उनके बारे में ज़्यादा नहीं जानता है.
हालांकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तान के नए पीएम से बेहतरी की उम्मीद है.
वहीं भारत और पाकिस्तान के बीच जुलाई में प्रस्तावित विदेश मंत्री स्तर की बैठक स्थगित कर दी गयी क्योंकि उसकी तिथि और यहां के राष्ट्रपति चुनाव की तिथि टकरा रही थी.
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि पाकिस्तान 19 जुलाई को इस बैठक के आयोजन के पक्ष में है जबकि उस तिथि को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर भारतीय पक्ष के लिए यह सुविधाजनक नहीं है.