पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की किताब ट्रनिंग प्वाइंट्स में एक और खुलासा हुआ है. कलाम ने अपनी किताब में लिखा है 2005 में बिहार विधानसभा भंग किए जाने के फैसले को सुप्रीमकोर्ट में असंवैधानिक करार दिए जाने के बाद वो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के लिए तैयार थे.
कलाम ने लिखा है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें इस्तीफा देने से ये कहकर रोक दिया था कि उनके इस्तीफे के बाद कहीं सरकार ना गिर जाए. 2005 में केन्द्र की सिफारिश पर ही राष्ट्रपति ने बिहार विधानसभा भंग कर दी थी.