प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को म्यांमार की लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की से मुलाकात की. मुलाकात के बाद सू की ने कहा कि वह भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों की संभावना को लेकर खुश हैं. मनमोहन सिंह ने म्यांमार के तीन दिवसीय दौरे के तीसरे और अंतिम दिन सू की से मुलाकात की.
मनमोहन सिंह के साथ अपनी 45 मिनट की मुलाकात के बाद सू की ने कहा, 'भारत और म्यांमार खासतौर से वर्षो से करीब रहे हैं.'
सू की ने कहा, 'भारत की आजादी का आंदोलन ठीक उसी समय शुरू हुआ था, जब बर्मा की आजादी का आंदोलन शुरू हुआ था.'
सू की ने कहा कि वह भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों की संभावना को लेकर खुश हैं.
उन्होंने कहा, 'हमारा लोकतांत्रिक लक्ष्य शांति और स्थिरता पर आधारित है.' उन्होंने कहा कि वह भारत में जवाहरलाल नेहरू स्मृति व्याख्यान देने का निमंत्रण स्वीकार करना चाहती हैं.
मनमोहन सिंह ने कहा कि सू की से मिलने का यह एक अच्छा अवसर रहा, जिन्होंने नई दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज में पढ़ाई की है. उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वह आक्सफोर्ड चली गई थीं.
मनमोहन सिंह ने कहा, 'भारत में हम सभी सू की और उनके परिवार के साथ अपने लंबे जुड़ाव को लेकर गौरवान्वित महसूस करते हैं.'
मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का एक पत्र सू की को सौंपा है, जिसमें जवाहरलाल नेहरू स्मृति व्याख्यान देने के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है.
मनमोहन सिंह ने सू की की प्रशंसा की और कहा कि उनका जीवन संघर्ष और प्रतिबद्धता का एक ऐसा उदाहरण है, जिसने दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सू की, राष्ट्रपति थेन सेन द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय सुलह की प्रक्रिया में एक निर्णायक भूमिका निभाएंगी.