scorecardresearch
 

जरदारी से सभी मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं पीएम

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के प्रस्तावित भारत दौरे को भले ही उनकी निजी यात्रा बताई जा रही हो लेकिन जरदारी के साथ रविवार को होने वाली वार्ता के समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठा सकते हैं.

Advertisement
X
मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के प्रस्तावित भारत दौरे को भले ही उनकी निजी यात्रा बताई जा रही हो लेकिन जरदारी के साथ रविवार को होने वाली वार्ता के समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठा सकते हैं.

Advertisement

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति जरदारी रविवार को प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर उनसे मुलाकात करेंगे. दोपहर भोज से पहले दोनों नेता सीमित वार्ता करेंगे और इसके बाद दोनों देशों के बीच शिष्टमंडल स्तर की वार्ता होगी.

सूत्रों ने बताया कि जरदारी 40 सदस्यों वाले एक बड़े शिष्टमंडल के साथ भारत आएंगे. शिष्टमंडल में आंतरिक मंत्री रहमान मलिक, जरदारी के पारिवारिक सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार शामिल होंगे. जरदारी के साथ आने वाले शिष्टमंडल के सदस्यों के बारे में जानकारी भारत के विदेश मंत्रालय को बुधवार अपराह्न् दी गई. दोनों देशों ने हालांकि, जरदारी की इस यात्रा को उनकी निजी यात्रा बताया है. ऐसा इसलिए, क्योंकि जरदारी ने अजमेर स्थित सूफी दरगाह में जियारत करने की इच्छा जताई है.

पाकिस्तान के साथ सम्बंध सुधारने की कोशिशों में लगे मनमोहन सिंह इस अवसर को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते. नए दौर में पहुंची शांति प्रक्रिया को और आगे बढ़ाने के लिए मनमोहन सिंह पाकिस्तानी नेता के साथ बातचीत के मौके का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं.

Advertisement

शिष्टमंडल में चूंकि आंतरिक मंत्री मलिक का नाम शामिल है, इसलिए इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि मुम्बई पर 26/11 आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं पर कार्रवाई करने में पाकिस्तान की प्रगति सहित सभी मुद्दों पर बातचीत हो सकती है.

दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया बहाल होने के बाद से व्यापार के क्षेत्र में सकारात्मक पहल को देखते हुए भारतीय अधिकारी इस बार की वार्ता में आतंकवाद के मुद्दे पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहते. लेकिन 26/11 के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने के लिए पाकिस्तान की हीलाहवाली और इस मुद्दे पर घरेलू भावनाओं को देखते हुए यह मसला बातचीत में उठ सकता है.

उल्लेखनीय है कि अमेरिका द्वारा सोमवार को 26/11 के साजिशकर्ता हाफिज सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किए जाने के बाद प्रस्तावित वार्ता की रूपरेखा जटिल हो गई है. अमेरिका की इस घोषणा के बाद भारत ने इस्लामाबाद पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम से सोमवार को यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री सईद के मुद्दे को क्या जरदारी के साथ उठाएंगे.

इस पर चिदम्बरम ने सावधानी पूर्वक जवाब दिया. चिदम्बरम ने कहा, 'प्रधानमंत्री जरदारी के साथ क्या बातचीत करेंगे, इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है. वह एक धार्मिक स्थल का दर्शन करने अपनी निजी यात्रा पर आ रहे हैं, इसलिए बातचीत के लिए यह मौका नहीं हो सकता लेकिन हम प्रत्येक अवसर पर मुद्दों को लगातार उठाते रहेंगे.' चिदम्बरम आंतरिक मंत्री मलिक से मुलाकात कर सकते हैं और 26/11 के साजिशकर्ताओं के खिलाफ पाकिस्तान ने अब तक क्या कार्रवाई की है, इस बारे में उनसे जानकारी मांग सकते हैं.

Advertisement
Advertisement