मुंबई के मंत्रालय में लगी आग तो बुझ गई, लेकिन इस मामले में अब भी कई सवालों के जवाब अनसुलझे हैं. आग ने मंत्रालय को पूरी तरह जलाकर खाक कर दिया.
इस बीच मंत्रालय में लगी आग पर उप मुख्यमंत्री अजित पवार के बयान ने पूरे मामले में आग में घी डालने का काम किया. अजित पवार ने मीडिया से कहा कि सारा मंत्रालय जल गया, लेकिन मुख्यमंत्री का दफ्तर पूरा बच गय़ा.
मंत्रालय में हुए भीषण अग्निकांड पर जवाब देने के लिए खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज च्वहाण मीडिया से मुखातिब हुए. चव्हाण ने साफ कहा कि आग से आदर्श घोटाले की जांच पर कोई असर नहीं होगा. मामले से जुड़े फाइलें सुरक्षित हैं और हार्ड सुरक्षित करने की कोशिश की जा रही है.
सीएम ने माना कि मंत्रालय में आग बुझाने पर्याप्त इंतजाम नहीं थे. उन्होंने कहा कि मंत्रालय में काम-काज सुचारू होने तक मंत्री अपने घरों से काम करेंगे. मंत्रालय में लगी आग में पांच लोगों की मौत हुई.
हादसे के बाद सवाल उठे कि मंत्रालय में हुए भयानक अग्निकांड में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए. इस पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज च्वहाण ने कहा कि जले हुए कप्यूटर की हार्ड डिस्क रिकवर करने की कोशिश की जा रही है.