नक्सल समस्या के हाथ से निकलने की चेतावनी देते हुए भाजपा ने केंद्र से कहा कि माओवादी हिंसा से निबटने के लिए वह ठोस और एकीकृत रणनीति तैयार करे.
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा, ‘वामपंथी उग्रवाद की समस्या से निबटने के लिए जब तक हम संगठित और एकीकृत रणनीति नहीं अपनाएंगे और केंद्र तथा राज्यों के बीच बेहतर समन्वय नहीं होगा, स्थिति हाथ से निकलने लगेगी.’
वे छत्तीसगढ़ में माओवादियों द्वारा एक जिलाधिकारी का अपहरण किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे.
गृहमंत्री पी चिदंबरम पर निशाना साधते हुए जावड़ेकर ने कहा, ‘चिदंबरम कह रहे हैं कि यह कानून-व्यवस्था का मुद्दा है. यह किसी राज्य का मुद्दा नहीं है और न ही कानून-व्यवस्था का मामला है.’
उन्होंने कहा कि हाल की नक्सली हिंसा से उनकी रणनीति में बदलाव का संकेत मिलता है और वे राज्यों में विदेशी पर्यटकों, नेताओं और सरकारी अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं. जावड़ेकर ने कहा, ‘वास्तव में यह भारत के लिए चेतावनी है. यह हमारी संप्रभुता पर हमला है और सरकार को इस परिदृश्य में विचार करना चाहिए. यह कई राज्यों से जुड़ा मामला है.’ उन्होंने कहा कि भाजपा यह मुद्दा संसद में उठाएगी.
उन्होंने आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ सरकार बंधक को मुक्त कराने के लिए अपनी ओर से हरसंभव प्रयास करेगी और केंद्र को भी अपने प्रयास में तेजी लानी चाहिए.